आरोपियों के साथ जयंत सिन्हा की फाइल फोटो
रांची:
आरोपियों के बरी होकर जेल से बाहर आने पर उनके स्वागत की बात तो आपने सुनी होगी लेकिन हत्या की सजा काट रहे आरोपियों के जमानत पर छुटने पर उनका स्वागत कोई केंद्रीय मंत्री करे यह आपने शायद ही सुना होगा. ऐसा ही एक मामला झारखंड के हजारीबाग में सामने आया है. जहां केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने उम्र कैद की सजा काट रहे आरोपियों के जमानत पर छूटने पर उन्हें घर बुलाकर सम्मानित किया. खास बात यह है कि इन आरोपियों पर पिछले साल एक मीट कारोबारी की हत्या करने आरोप है और वह अब उम्र कैद की सजा भी काट रहे हैं. जयंत सिन्हा ने इन्हें अपने घर बुलाकर फूलों की माला पहनाई और उनके साथ फोटो भी खींचवाई.
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गौरतलब है कि मीट कारोबारी की हत्या और उसके बाद से इस पूरे मामले को राजनीतिक रूप देने की कोशिश की जा रही है. यही वजह है कि बीजेपी के नेताओं ने इन आरोपियों का शुरू से ही समर्थन किया है. कुछ महीने पहले बीजेपी के पूर्व विधायक शंकर चौधरी इन आरोपियों को छोड़ने के लिए 15 दिनों तक धरने पर बैठे थे. 2 जुलाई को जब नित्यानंद ज़मानत पर जेल से बाहर आया तो उसे लेने शंकर चौधरी खुद गए, नित्यानंद रामगढ़ बीजेपी का ज़िलाध्यक्ष है. इस पूरे मामले के सामने आने के बाद विपक्षी पार्टियों ने जयंत सिन्हा को निशाने पर लिया. इस मामले में यूथ कांग्रेस ने भी जंयत सिन्हा पर हमला किया. यूथ कांग्रेस ने एक ट्वीट कर कहा कि देश के 10 राज्यों में शक के आधार पर अभी तक 27 लोगों की हत्या की जा चुकी है और जयंत सिन्हा ऐसा करने वाले आरोपियो के स्वागत में लगे हैं.
झारखंड में विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया. उन्होंने हॉर्वड विश्वविद्यालय को भी टैग किया. उन्होंने लिखा कि आपका पूर्व छात्र इन दिनों गौ हत्या के शक में युवक की हत्या करने वाले आरोपियो को सम्मानित करने में लगे हैं. इस विवाद को लेकर जब जयंत सिन्हा से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
VIDEO: विवाद में घिरे जयंत सिन्हा.
याद हो कि पिछले साल 11 लोगों को जिनमें बीजेपी का एक नेता भी शामिल था को उम्र कैद की सजा सुनाई थी.
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गौरतलब है कि मीट कारोबारी की हत्या और उसके बाद से इस पूरे मामले को राजनीतिक रूप देने की कोशिश की जा रही है. यही वजह है कि बीजेपी के नेताओं ने इन आरोपियों का शुरू से ही समर्थन किया है. कुछ महीने पहले बीजेपी के पूर्व विधायक शंकर चौधरी इन आरोपियों को छोड़ने के लिए 15 दिनों तक धरने पर बैठे थे. 2 जुलाई को जब नित्यानंद ज़मानत पर जेल से बाहर आया तो उसे लेने शंकर चौधरी खुद गए, नित्यानंद रामगढ़ बीजेपी का ज़िलाध्यक्ष है. इस पूरे मामले के सामने आने के बाद विपक्षी पार्टियों ने जयंत सिन्हा को निशाने पर लिया. इस मामले में यूथ कांग्रेस ने भी जंयत सिन्हा पर हमला किया. यूथ कांग्रेस ने एक ट्वीट कर कहा कि देश के 10 राज्यों में शक के आधार पर अभी तक 27 लोगों की हत्या की जा चुकी है और जयंत सिन्हा ऐसा करने वाले आरोपियो के स्वागत में लगे हैं.
Unbelievably shameful!
— Youth Congress (@IYC) July 6, 2018
27 people in 10 states have fallen victim to lynching and here we have a BJP lawmaker @jayantsinha happily welcoming lynching convicts with sweets and garlands! What kind of a representative of the people are you? #SaveIndia #BharatBachao pic.twitter.com/c7Pup8wO1a
झारखंड में विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया. उन्होंने हॉर्वड विश्वविद्यालय को भी टैग किया. उन्होंने लिखा कि आपका पूर्व छात्र इन दिनों गौ हत्या के शक में युवक की हत्या करने वाले आरोपियो को सम्मानित करने में लगे हैं. इस विवाद को लेकर जब जयंत सिन्हा से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
VIDEO: विवाद में घिरे जयंत सिन्हा.
याद हो कि पिछले साल 11 लोगों को जिनमें बीजेपी का एक नेता भी शामिल था को उम्र कैद की सजा सुनाई थी.
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