जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा-बारामूला हाईवे पर सुरक्षाबलों ने बुधवार को एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है. सुरक्षाबलों ने एक संदिग्ध बैग में संदिग्ध इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का पता लगाया और उसे नष्ट कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और सेना के एक संयुक्त गश्ती दल ने कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा इलाके के लंगेट में पेट्रोलिंग के दौरान हाईवे किनारे एक संदिग्ध बैग देखा. इसके बाद बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है. बम निरोधक दस्ते ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बैग को एक सुनसान जगह पर ले जाकर नियंत्रित विस्फोट के जरिए उसे नष्ट कर दिया. सुरक्षाबलों की सतर्कता से एक बड़ी घटना टल गई.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संदिग्ध बैग की सूचना मिलते ही हाईवे पर ट्रैफिक दोनों तरफ से रोक दिया गया था. ऑपरेशन पूरा होने के बाद हाईवे पर ट्रैफिक बहाल कर दिया गया. हालांकि, किसी तरह का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है. सुरक्षाबलों ने जांच शुरू कर दी है कि इस तरह की हरकत के पीछे किसका हाथ है.
बता दें कि इससे पहले नौ दिसंबर को जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर-बारामूला हाईवे पर सुरक्षाबलों ने एक आईईडी का पता लगाया था. जानकारी मिलने पर बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर आईईडी को निष्क्रिय कर दिया था, जिससे एक बड़ी त्रासदी टल गई थी. हालांकि, इस दौरान हाईवे पर ट्रैफिक रोक दिया गया था और ऑपरेशन पूरा होने के बाद बहाल कर दिया गया था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में सड़कों, गलियों और राजमार्गों पर सुरक्षाबलों और सेना के काफिलों को निशाना बनाने के लिए आतंकवादी रिमोट ट्रिगर या प्रेशर आईईडी का इस्तेमाल करते रहे हैं. इन विस्फोटक उपकरणों का इस्तेमाल आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर में वीआईपी काफिलों को निशाना बनाने के लिए भी किया है.
सुरक्षाबलों के काफिलों और वीआईपी काफिलों के अलावा आम लोगों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने के लिए ही सुरक्षाबलों की रोड ओपनिंग पार्टियां (आरओपी) इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और स्निफर डॉग्स से लैस होकर दिन के समय सामान्य यातायात की सुरक्षा के लिए सड़कों पर सुबह होते ही निकल पड़ती हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं