- विभिन्न जिलों में नियंत्रित कारोबारी गतिविधियों की अनुमति दी
- बुधवार को करीब पांच घंटे के लिए पुस्तकों एवं स्टेशनरी की दुकानें खुली
- सुबह दस से दोपहर दो बजे तक पुस्तकों एवं स्टेशनरी की दुकाने खुलीं
कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण की रोकथाम के लिए एक महीने से अधिक समय से जारी लॉकडाउन (Coronavirus lockdown) के बीच जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) प्रशासन द्वारा विभिन्न जिलों में नियंत्रित कारोबारी गतिविधियों की अनुमति दिये जाने के बाद बुधवार को करीब पांच घंटे के लिए पुस्तकों एवं स्टेशनरी की दुकानें खुली. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू के पक्का डंगा एवं अन्य इलाकों में बुधवार को पांच घंटे के लिए सुबह दस बजे से दोपहर बाद दो बजे तक पुस्तकों एवं स्टेशनरी सामग्रियों की दुकानें खुली, जिससे प्रोन्नति पा कर अगली कक्षा में गए छात्रों को सुविधा मिली.
प्रशासन ने पूरे जम्मू क्षेत्र में सात अप्रैल को स्कूल शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त नौवीं कक्षा तक एवं 11 वीं कक्षा के छात्रों को प्रोन्नति दे कर अगली कक्षा में भेजने का ऐलान किया था, लेकिन लॉकडाउन के कारण किताब की दुकाने बंद होने से छात्र अगली कक्षा की पुस्तक नहीं खरीद पाए थे. कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के उद्देश्य से देश में 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा की गई थी जिसे बाद में तीन मई तक बढ़ा दिया गया था.
लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों और सैलानियों को घर लौटने की सरकार ने दी इजाजत
वहीं जम्मू-कश्मीर प्रशासन पिछले चार दिनों में केंद्र शासित प्रदेश के 6,000 से अधिक मजदूरों और छात्रों को वापस लाया है. वे कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे गए थे. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि इसी के साथ, केंद्र शासित प्रदेश के कुल 17,700 से अधिक लोग बंद के दौरान जम्मू- कश्मीर वापस लाए गए हैं.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं