बई इंडियंस ने पुणे को सिर्फ एक रन से हराकर तीसरी बार ट्रॉफी अपने नाम करने के साथ इतिहास भी रचा
नई दिल्ली:
हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर मुंबई इंडियंस और राइजिंग पुणे सुपरजाएंट बीच एक शानदार फाइनल मैच देखने को मिला. मैच से पहले जीत की हवा पुणे के लिए बह रही थी, लेकिन आखिरी में बाजी मुंबई ने मारी.
बेहद रोमांचक मुक़ाबला में मुंबई इंडियंस ने पुणे को सिर्फ एक रन से हराकर तीसरी बार ट्रॉफी अपने नाम करने के साथ इतिहास भी रचा.
आईपीएल के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब कोई टीम तीसरी बार चैंपियन बनी है. रोहित शर्मा के कप्तानी में मुंबई को यह गौरव हासिल हुआ. मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया लेकिन रोहित शर्मा के निर्णय पर तब सवाल उठने लगे जब मुंबई ने पहले पांच ओवर में सिर्फ 16 रन पर दो विकेट खो दिए.
मुंबई के ऊपर से हटा दवाब : पहले पांच ओवर में पुणे के गेंदबाज़ मुंबई के बल्लेबाज़ों के ऊपर पूरी तरह हावी हो गए थे. लेकिन छठे ओवर में मुंबई को 16 रन मिले. इस ओवर में रोहित शर्मा ने चार चौके लगाए. इन चार चौके साथ के साथ मुंबई के ऊपर जो दवाब था वह हट गया. लेकिन जल्द ही अम्बाती रायडू सिर्फ 12 रन बनाकर रन आउट हो गए. रायडू के बाद रोहित शर्मा भी ज्यादा देर तक मैदान में नहीं टिक पाए. 11वें ओवर में रोहित शर्मा छक्का मारने की कोशिश में एडम ज़म्पा को अपने विकेट दे बैठे. रोहित शर्मा के बाद कीरोन पोलार्ड लंबा शॉट खेलने के चक्कर में अपने विकेट ज़म्पा को दे बैठे.
आखिरी तीन ओवर में मुंबई की वापसी : 11 ओवर के बाद मुंबई ने पांच विकेट पर सिर्फ 65 रन बनाए थे. सभी बड़े बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. क्रुणाल पांड्या और हार्दिक पांड्या पिच पर मौजूद थे, उम्मीद की जा रही थी कि दोनों भाई कुछ खास करेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ मुंबई का स्कोर जब 78 रन था तब हार्दिक पांड्या आउट हो गए. ऐसा लग रहा था कि मुंबई इंडियन 100 आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी. 17 ओवर के बाद मुंबई का स्कोर 7 विकेट पर 92 रन था. 18वें ओवर में 13 रन, 19वें में दस और आखिरी ओवर में 14 रन आए. इस तरह मुंबई का स्कोर 129 तक पहुंच गया.
पोलार्ड का वह शानदार कैच : पुणे का शुरुआत अच्छी रही. 11 ओवर के बाद पुणे का स्कोर सिर्फ एक विकेट पर 65 रन था. हाथ में विकेट होने के वजह से उम्मीद की जा रही थी कि पुणे आराम से यह मैच जीत जाएगा. खुद कप्तान स्टीवन स्मिथ और अजिंक्ये रहाणे पिच पर मौजूद थे. 12वें ओवर में गेंदबाज़ी करने के लिए मिचेल जॉनसन आए. इस ओवर की पांचवीं गेंद पर रहाणे ने छक्का मारना चाहा और गेंद हवा में चली गई. लांग ऑन में खड़े कीरोन पोलार्ड ने आगे के तरफ डाइव लगाते हुए शानदार कैच पकड़ा और रहाणे 44 रन बनाकर पवेलियन लौट गए.
धोनी के आउट होते ही पुणे पर आया दवाब : रहाणे के आउट हो जाने के बाद महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरे. कप्तान स्मिथ और धोनी विकेट बचाते हुए धीरे-धीरे पारी को आगे ले गए. 15 ओवर के बाद पुणे का स्कोर 2 विकेट पर 83 रन था. जब धोनी और स्मिथ पिच पर थे तो उम्मीद की जा रही थी कि पुणे मैच को जीत लेगी. मुंबई के तरफ से गेंदबाज़ी करने के लिए क्रुणाल पांड्या आए. इस ओवर में धोनी ने एक चौका मारा तो स्मिथ एक शानदार छक्का. 17वां ओवर करने के लिए जसप्रीत बुमराह आए. बुमराह ने इस ओवर में धोनी को आउट करते हुए सिर्फ तीन रन दिए. बुमराह के बाद आए मलिंगा ने 7 रन दिए. अब आखिरी दो ओवर में जितने के लिए 23 रन की जरुरत थी.
मिचेल की वह गेंद जिससे मुंबई चैंपियन बना : 19वें ओवर में स्मिथ ने छक्का लगाया और पुणे को मैच में वापस ले आए. अब आखिरी ओवर में 11 रन की जरुरत थी और गेंदबाज़ी करने के लिए मिचेल जॉनसन आए. ओवर की पहली गेंद पर मनोज तिवारी ने चौंका लगाया. दूसरी गेंद पर तिवारी ने छक्का लगाने की कोशिश में पोलार्ड को कैच दे दिया. तीसरी गेंद पर स्मिथ ने ज़ोरदार शॉट मारा लेकिन बाउंड्री लाइन पर मौजूद अम्बाती रायडू ने एक अच्छा कैच पकड़ा. स्मिथ 50 गेंदों का सामना करते हुए 51 रन बनाकर आउट हुए.
अब आखिर दो गेंदों में जीतने के लिए छह रन चाहिए थे. पांचवीं गेंद पर डेनियल क्रिस्टियन ने दो रन लिए. अखिर गेंद पर क्रिस्टियन ने एक ज़ोरदार शॉट लगाया, गेंद बाउंड्री लाइन पर पहुंची लेकिन सिर्फ दो रन मिले और मुंबई ने इस मैच को एक रन से जीत लिया.
बेहद रोमांचक मुक़ाबला में मुंबई इंडियंस ने पुणे को सिर्फ एक रन से हराकर तीसरी बार ट्रॉफी अपने नाम करने के साथ इतिहास भी रचा.
आईपीएल के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब कोई टीम तीसरी बार चैंपियन बनी है. रोहित शर्मा के कप्तानी में मुंबई को यह गौरव हासिल हुआ. मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया लेकिन रोहित शर्मा के निर्णय पर तब सवाल उठने लगे जब मुंबई ने पहले पांच ओवर में सिर्फ 16 रन पर दो विकेट खो दिए.
मुंबई के ऊपर से हटा दवाब : पहले पांच ओवर में पुणे के गेंदबाज़ मुंबई के बल्लेबाज़ों के ऊपर पूरी तरह हावी हो गए थे. लेकिन छठे ओवर में मुंबई को 16 रन मिले. इस ओवर में रोहित शर्मा ने चार चौके लगाए. इन चार चौके साथ के साथ मुंबई के ऊपर जो दवाब था वह हट गया. लेकिन जल्द ही अम्बाती रायडू सिर्फ 12 रन बनाकर रन आउट हो गए. रायडू के बाद रोहित शर्मा भी ज्यादा देर तक मैदान में नहीं टिक पाए. 11वें ओवर में रोहित शर्मा छक्का मारने की कोशिश में एडम ज़म्पा को अपने विकेट दे बैठे. रोहित शर्मा के बाद कीरोन पोलार्ड लंबा शॉट खेलने के चक्कर में अपने विकेट ज़म्पा को दे बैठे.
आखिरी तीन ओवर में मुंबई की वापसी : 11 ओवर के बाद मुंबई ने पांच विकेट पर सिर्फ 65 रन बनाए थे. सभी बड़े बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. क्रुणाल पांड्या और हार्दिक पांड्या पिच पर मौजूद थे, उम्मीद की जा रही थी कि दोनों भाई कुछ खास करेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ मुंबई का स्कोर जब 78 रन था तब हार्दिक पांड्या आउट हो गए. ऐसा लग रहा था कि मुंबई इंडियन 100 आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी. 17 ओवर के बाद मुंबई का स्कोर 7 विकेट पर 92 रन था. 18वें ओवर में 13 रन, 19वें में दस और आखिरी ओवर में 14 रन आए. इस तरह मुंबई का स्कोर 129 तक पहुंच गया.
पोलार्ड का वह शानदार कैच : पुणे का शुरुआत अच्छी रही. 11 ओवर के बाद पुणे का स्कोर सिर्फ एक विकेट पर 65 रन था. हाथ में विकेट होने के वजह से उम्मीद की जा रही थी कि पुणे आराम से यह मैच जीत जाएगा. खुद कप्तान स्टीवन स्मिथ और अजिंक्ये रहाणे पिच पर मौजूद थे. 12वें ओवर में गेंदबाज़ी करने के लिए मिचेल जॉनसन आए. इस ओवर की पांचवीं गेंद पर रहाणे ने छक्का मारना चाहा और गेंद हवा में चली गई. लांग ऑन में खड़े कीरोन पोलार्ड ने आगे के तरफ डाइव लगाते हुए शानदार कैच पकड़ा और रहाणे 44 रन बनाकर पवेलियन लौट गए.
धोनी के आउट होते ही पुणे पर आया दवाब : रहाणे के आउट हो जाने के बाद महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरे. कप्तान स्मिथ और धोनी विकेट बचाते हुए धीरे-धीरे पारी को आगे ले गए. 15 ओवर के बाद पुणे का स्कोर 2 विकेट पर 83 रन था. जब धोनी और स्मिथ पिच पर थे तो उम्मीद की जा रही थी कि पुणे मैच को जीत लेगी. मुंबई के तरफ से गेंदबाज़ी करने के लिए क्रुणाल पांड्या आए. इस ओवर में धोनी ने एक चौका मारा तो स्मिथ एक शानदार छक्का. 17वां ओवर करने के लिए जसप्रीत बुमराह आए. बुमराह ने इस ओवर में धोनी को आउट करते हुए सिर्फ तीन रन दिए. बुमराह के बाद आए मलिंगा ने 7 रन दिए. अब आखिरी दो ओवर में जितने के लिए 23 रन की जरुरत थी.
मिचेल की वह गेंद जिससे मुंबई चैंपियन बना : 19वें ओवर में स्मिथ ने छक्का लगाया और पुणे को मैच में वापस ले आए. अब आखिरी ओवर में 11 रन की जरुरत थी और गेंदबाज़ी करने के लिए मिचेल जॉनसन आए. ओवर की पहली गेंद पर मनोज तिवारी ने चौंका लगाया. दूसरी गेंद पर तिवारी ने छक्का लगाने की कोशिश में पोलार्ड को कैच दे दिया. तीसरी गेंद पर स्मिथ ने ज़ोरदार शॉट मारा लेकिन बाउंड्री लाइन पर मौजूद अम्बाती रायडू ने एक अच्छा कैच पकड़ा. स्मिथ 50 गेंदों का सामना करते हुए 51 रन बनाकर आउट हुए.
अब आखिर दो गेंदों में जीतने के लिए छह रन चाहिए थे. पांचवीं गेंद पर डेनियल क्रिस्टियन ने दो रन लिए. अखिर गेंद पर क्रिस्टियन ने एक ज़ोरदार शॉट लगाया, गेंद बाउंड्री लाइन पर पहुंची लेकिन सिर्फ दो रन मिले और मुंबई ने इस मैच को एक रन से जीत लिया.
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