पेशे से माली सुखनंदन कर्तव्य पथ पर इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में उन विशेष आमंत्रित लोगों में से एक थे, जिन्हें परेड देखने के लिए आमंत्रित किया गया था. सेंट्रल विस्टा परियोजना के निर्माण कार्य और इंडिया गेट एवं कर्तव्य पथ के पास रखरखाव में शामिल कई कर्मियों और मजदूरों को परेड देखने के लिए विशेष पास दिया गया था. सुखनंदन ने कहा कि वह बहुत रोमांचित हुए जब प्रधानमंत्री उनके अहाते के करीब आए और हाथ हिलाकर उन सभी का अभिवादन किया. सुखनंदन ने कहा कि इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर मैं बहुत सौभाग्शाली महसूस कर रहा हूं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे विशेष आमंत्रित लोगों में शामिल किया जाएगा.
हालांकि जब उनसे पूछा गया कि अगर उन्हें मौका मिलता तो वह प्रधानमंत्री से क्या पूछते, इस पर उन्होंने कहा कि पिछले ठेकेदार ने मेरा 44 दिन का मेहनताना देने से इनकार कर दिया है. मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करूंगा कि वह मेरा मेहनताना दिलवाने में मेरी मदद करें.
विशेष आगंतुकों को अहाता संख्या 17 आवंटित किया गया था जो सलामी मंच के ठीक सामने था जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति बैठे थे.
सुखनंदन पिछले दो महीने से इंडिया गेट पर बागवानी विभाग में काम कर रहे हैं. इससे पहले वह एक ठेकेदार के अंतर्गत आंध्र भवन में कार्यरत थे.वह इंडिया गेट के पास एक अस्थायी तंबू में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते हैं. उन्होंने कहा कि पहले के ठेकेदार ने मेरा 44 दिन का मेहनताना देने से इनकार कर दिया है. मेरे पास हाजिरी रजिस्टर की एक प्रति है कि मैंने 44 दिन वहां काम किया था. इसलिए मुझे पहले के पैसे तो जरूर मिलने चाहिए.
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