जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) कैंपस के भीतर रविवार को हुई हिंसा के बाद मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा. JNU में लेफ्ट और राइट विंग के बीच हुए विवाद के बाद मामला देशभर में बढ़ चुका है. कई राजनेताओं ने इस मामले पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है. स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने भी इस मामले में जेएनयू की वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार को लेकर अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, ''उनका कोई बौद्धिक स्तर नहीं है. उनके पास कोई प्रशासनिक कौशल नहीं है. उनके पास कोई नैतिक अधिकार नहीं है. वह संस्था के दुश्मन हैं, जिसके वह प्रमुख हैं. जेएनयू के वीसी एम. जगदीश कुमार को जाना होगा! यदि आप सहमत हैं तो केवल लाइक नहीं, रीट्वीट करें.''
JNU के छात्रों के समर्थन में उतरीं अनिल कपूर की छोटी बेटी, बोलीं- आप मुझसे कहीं बहादुर हैं...
He has no intellectual stature.
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) January 7, 2020
He has no administrative acumen.
He has no moral authority.
He is the enemy of the institution that he heads.
JNU VC M. Jagdish Kumar must go!
Retweet (not just "like") if you agree. pic.twitter.com/eBA2P8Wny7
इतना ही नहीं, इस मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर न्यूज एजेंसी एएनआई का वीडियो शेयर करते हुए सवाल उठाया है. देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे कार्यालय के ट्विटर अकाउंट को टैग करते हुए लिखा, ''विरोध वास्तव में क्या है? 'फ्री कश्मीर' के नारे क्यों? हम मुंबई में ऐसे अलगाववादी तत्वों को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं? मुख्यमंत्री कार्यालय से सिर्फ 2 किमी दूर पर आज़ादी गैंग द्वारा 'फ्री कश्मीर' के नारे? उद्धव जी क्या आप इस 'फ्री कश्मीर विरोधी भारत अभियान' को अपनी नाक के नीचे बर्दाश्त करेंगे?''
वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, "मैंने समाचारपत्रों में पढ़ा है कि जिन लोगों ने 'फ्री कश्मीर' का बैनर पकड़ा था, उन्होने स्पष्ट किया है कि वे इंटरनेट सेवाओं, मोबाइल सेवाओं पर पाबंदियों से आज़ादी चाहते हैं... इसके अलावा अगर कोई कश्मीर की भारत से आज़ादी की बात करता है, तो उसे सहन नहीं किया जाएगा..."
बता दें कि हिंसा के विरोध में रविवार रात से मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर आंदोलन कर रहे छात्रों को पुलिस ने मंगलवार की सुबह जबरन हटाया है. इन छात्रों को जबरदस्ती उठा उठाकर पुलिस की गाड़ी में डाला गया. प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने आज़ाद मैदान शिफ्ट कर दिया है. पुलिस की दलील है कि गेटवे ऑफ इंडिया में प्रदर्शन के चलते ट्रैफिक की समस्या आ रही थी. आपको बता दें कि JNU में हिंसा के विरोध में रविवार रात से ही गेटवे ऑफ इंडिया पर लोग प्रदर्शन कर रहे थे, जिसमें छात्र, फिल्म जगत से जुड़े लोग भी शामिल थे.
Video: प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गेटवे ऑफ इंडिया से उठाकर आजाद मैदान किया शिफ्ट
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