भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद बृजभूषण सिंह 22 जनवरी को महासंघ की वार्षिक आम सभा (AGM) के बाद अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों पर अपना पक्ष जारी करेंगे. महासंघ अध्यक्ष के बेटे और गोंडा सदर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने शुक्रवार सुबह गोंडा स्थित अपने मूल निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी. हालांकि, कुछ कारणों से यह प्रेस कॉन्फ्रेंस टाल दी गई. इसके करीब सात घंटे बाद उनके बेटे प्रतीक पत्रकारों से मुखातिब हुए.
मीडिया को संबोधित करते हुए प्रतीक भूषण ने कहा, 'मैं यहां अपने पिता की ओर से आया हूं. मैं आप सभी को सूचित करना चाहता हूं कि हम 22 जनवरी को डब्ल्यूएफआई की एजीएम के बाद लिखित बयान जारी करेंगे.' उन्होंने कहा, 'हम पूरे भारत के सदस्यों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं. इसके बाद ही कोई निर्णय लेना चाहते हैं. हम जो भी निर्णय लेंगे, हम एक लिखित बयान के माध्यम से प्रेस को सूचित करेंगे.'
इससे पहले बृज भूषण सिंह ने नंदिनी कॉलेज परिसर पहुंचकर तीन दिवसीय कुश्ती चैंपियनशिप में आए खिलाड़ियों से मुलाकात की. आलोचना के घेरे में आए डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने दिन में देश के शीर्ष पहलवानों के विरोध को 'शाहीन बाग का धरना' करार दिया और दोहराया कि वह पद नहीं छोड़ेंगे.
ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक, विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट सहित प्रतिष्ठित भारतीय पहलवान पिछले दो दिनों से जंतर-मंतर पर डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते हुए धरना दे रहे हैं.
इस विवाद का असर यूपी के गोंडा में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप पर भी पड़ा है. चैंपियनशिप में हिस्सा लेने गए दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कई खिलाड़ी लौट रहे हैं. इनमें शामिल दिल्ली के रेसलर प्रदीप मीणा ने बताया कि अब तक 200 से ज्यादा रेसलर लौट चुके हैं.
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