अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उन्होंने देश को ‘गारंटी' दी है कि वह अपनी तीसरी पारी में भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे के दूसरे दिन सेवापुरी विकासखंड के बरकी गांव में वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए करीब 19,150 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद एक रैली को संबोधित किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने विकास कार्यों की चर्चा हुए कहा, ''विकास की अमृत धारा जो काशी में बह रही है, वह पूरे क्षेत्र को नई ऊंचाई पर ले जाएगी.'' उन्होंने कहा, ''पूर्वांचल का यह इलाका दशकों से उपेक्षित रहा है, लेकिन महादेव के आशीर्वाद से अब मोदी आपकी सेवा में जुटा है.''
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''अब से कुछ महीने बाद ही देश में चुनाव हैं और मोदी ने देश को गारंटी दी है कि वह अपनी तीसरी पारी में भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाएंगे.''
प्रधानमंत्री ने कहा, '' यह गारंटी अगर मैं आज देश को दे रहा हूं तो इसका कारण आप सभी हैं. काशी के आप सभी लोग हैं. आप हमेशा मेरे साथ खड़े रहते हैं, मेरे संकल्पों को सशक्त करते रहते हैं.''
‘विकसित भारत संकल्प यात्रा-ग्रामीण' के तहत यहां आयोजित इस रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ''यहां काशी में मुझे भी ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा' में शामिल होने का अवसर मिला. इस यात्रा में जो गाड़ी चल रही है, उसको देशवासी 'मोदी की गारंटी वाली गाड़ी' कह रहे हैं.''
उन्होंने यह भी कहा कि मोदी की 'गारंटी वाली गाड़ी' एकदम सुपरहिट हो गयी है. प्रधानमंत्री ने ‘गारंटी वाली गाड़ी' को स्पष्ट करते हुए कहा, ''हमारी सरकार ने जनकल्याण की जो भी योजनाएं बनाई हैं, उनसे कोई भी लाभार्थी वंचित न रहे. पहले गरीब सरकार के पास सुविधाओं के लिए चक्कर लगाता था. अब मोदी ने कह दिया है कि सरकार खुद चलकर गरीबों के पास जाएगी. इसलिए मोदी की ‘गारंटी वाली गाड़ी' एकदम सुपरहिट हो गयी है.''
उन्होंने कहा, “ काशी में वंचित हजारों गरीब सरकारी योजनाओं से जुड़े हैं. किसी को नल से जल, किसी को आयुष्मान तो किसी को मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विश्वास बढ़ा है कि 2047 तक भारत विकसित देश होकर रहेगा. विकसित भारत संकल्प यात्रा की बार बार सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ''इससे हमें बहुत सीखने को मिला है. इसलिए सार्वजनिक जीवन में काम करने वालों को कहता हूं कि विकसित भारत यात्रा हम जैसे लोगों के लिए चलती फिरती ‘यूनिवर्सिटी' (विश्वविद्यालय) है. हमें सीखने को मिलता है. दो दिन में इतना सीखा कि मेरा जीवन धन्य हो गया.''
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘काशी सांसद ज्ञान प्रतियोगिता-2024' की शुरुआत की. प्रधानमंत्री ने वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत ट्रेन, दोहरीघाट-मऊ ट्रेन समेत कई ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर देश को समर्पित किया. उन्होंने वाराणसी की पर्यटन वेबसाइट 'काशी' की भी शुरुआत की.
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की और पूरे भाषण में बीच-बीच में भोजपुरी बोलते रहे. पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में करीब 10 करोड़ से ज्यादा लोग भोजपुरी बोलते हैं.
विपक्षी दलों के जाति आधारित जनगणना की मांग जैसे मुद्दों का जिक्र किये बिना प्रधानमंत्री ने कहा,''विकसित भारत के लिए देश की नारी शक्ति, युवा शक्ति, किसान व हर गरीब का विकास होना बहुत जरूरी है। मेरे लिए यही चार जातियां ही सबसे बड़ी जातियां हैं.''
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''ये चार जातियां (नारी, युवा, किसान व गरीब) सशक्त हो गयीं तो पूरा देश सशक्त हो जाएगा. इसी सोच के साथ हमारी सरकार इनके हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है.'
उन्होंने कहा, “महादेव की काशी की मैं जितनी भी सेवा कर पाऊं वह मुझे कम ही लगती है.''
प्रधानमंत्री ने देव दीपावली पर इस बार वाराणसी नहीं पहुंचने का जिक्र करते हुए कहा, ''देव दीपावली के अद्भुत दृश्य के बारे विदेश के मेहमानों ने दिल्ली में मुझे बताया. जी-20 में आये या देव दीपावली के मेहमान जब वाराणसी की प्रशंसा करते हैं तो मेरा भी माथा ऊंचा हो जाता है.''
प्रधानमंत्री ने कहा, ''मेरे परिवारजनों जब काशी का विकास होता है तो उत्तर प्रदेश का विकास होता है और जब उत्तर प्रदेश का विकास होता है तो देश का विकास होता है। इसी भाव के साथ आज भी यहां करीब 20 हजार करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है.''
उन्होंने कहा कि काशी की आय बढ़ाने के लिए ‘डबल इंजन' की सरकार लगातार काम कर रही है.
प्रधानमंत्री ने काशी को कभी न छोड़ने की बात करते हुए भोजपुरी में एक कहावत कही- ''कहल जाला, काशी कबहुं न छोड़िये विश्वनाथ दरबार' (कहा जाता है कि काशी को कभी नहीं छोड़िए, विश्वनाथ के दरबार को कभी नहीं छोड़िए).
उन्होंने कहा, ''आस्था और अध्यात्म के महत्वपूर्ण केन्द्र के रूप में काशी का गौरव दिन प्रतिदिन बुलंद होता जा रहा है. यहां पर्यटन का लगातार विस्तार हो रहा है और रोजगार के हजारों नये अवसर बन रहे हैं.''
प्रधानमंत्री ने पर्यटन के क्षेत्र की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, ''काशी विश्वनाथ का भव्य रूप सामने आने के बाद अब तक 13 करोड़ पर्यटक बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर चुके हैं.”
आधुनिक ‘बनास डेयरी' संयंत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा बनास डेयरी वाराणसी के किसानों के लिए वरदान साबित होगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बनास डेयरी यहां 500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर रही है और डेयरी पशुधन को बढ़ाने के लिए अभियान चला रही है.
लखनऊ और कानपुर में बनास डेयरी के संयंत्र पहले से ही चल रहे हैं.
उन्होंने कृषि में ‘ड्रोन तकनीक' के महत्व पर कहा, “ ड्रोन हमारी कृषि व्यवस्था का भविष्य गढ़ने वाला है. सरकार ने ‘नमो ड्रोन दीदी' का शुभारंभ किया है। इस अभियान के तहत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.”
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश सरकार के अन्य मंत्री उपस्थित थे.
प्रधानमंत्री सोमवार शाम को वाराणसी से दिल्ली के लिए रवाना हो गये. बाबतपुर हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री योगी ने उन्हें विदा किया.
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