दिल्ली को बनाएंगे 'झीलों का शहर', 20 झीलों का होगा जीर्णोद्धार : पर्यावरण मंत्री गोपाल राय

मंत्री ने कहा कि इस परियोजना के तहत दिल्ली को झीलों के शहर में तब्दील किया जाएगा. पहले चरण में दिल्ली की 20 झीलों का सौंदर्यीकरण और विकास होगा.

दिल्ली को बनाएंगे 'झीलों का शहर', 20 झीलों का होगा जीर्णोद्धार : पर्यावरण मंत्री गोपाल राय

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (सोर्स - ट्विटर)

नई दिल्ली:

दिल्ली सरकार ने वेटलैंड इकोसिस्टम के संरक्षण के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजधानी में 20 झीलों को पुनर्जीवित और विकसित करने का निर्णय लिया है. मंगलवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली के झीलों के सौंदर्यीकरण और मरम्मत को लेकर संबंधित विभागों अधिकारियों की बैठक बुलाई. इस दौरान उन्होंने कहा, " दिल्ली को 'झीलों का शहर' बनाया जाएगा. इस परियोजना के पहले चरण में अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार दिल्ली में 20 झीलों को पुनर्जीवित और विकसित करने का निर्णय लिया गया है." 

दिल्ली के पर्यावरण पर झीलों का बड़ा असर

पर्यावरण मंत्री ने कहा, " केजरीवाल सरकार दिल्ली की झीलों के संरक्षण और जीर्णोद्धार के प्रति समर्पित है. दिल्ली के पर्यावरण पर झीलों का बड़ा असर है. वे न केवल पानी देते हैं बल्कि जलीय जीवन का पोषण भी करते हैं. साथ ही जलवायु को नियंत्रित करते हैं. लेकिन उनकी मौजूदा स्थिति अच्छी नहीं है. ऐसे में उन्हें पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया गया है."

परियोजना के संबंध में जानकारी देते हुए मंत्री ने बताया कि दिल्ली के वेटलैंड अथॉरिटी ने कुल 1,045 झीलों में से लगभग 1,018 झीलों की मैपिंग पूरी कर ली है. इसके अलावा, 1045 झीलों में से प्रत्येक को यूआईडी नंबर दिए गए हैं. बाकी बचे झीलों को आने वाले दिनों में इस परियोजना के हिस्से के रूप में विकसित किया जाएगा. 

पहले चरण में 20 झीलों का सौंदर्यीकरण

मंत्री ने कहा कि इस परियोजना के तहत दिल्ली को झीलों के शहर में तब्दील किया जाएगा. पहले चरण में दिल्ली की 20 झीलों का सौंदर्यीकरण और विकास होगा. इन 20 झीलों में संजय झील, हौज खास झील, भलस्वा झील, स्मृति वन (कोंडाली), स्मृति वन (वसंत कुंज), टिकरी खुर्द झील, नजफगढ़ झील, स्वागत झील, दरियापुर झील, पोठ कलां (सरदार सरोवर झील), मुंगेशपुर, धीरपुर, एमपी ग्रीन एरिया संजय वन, पश्चिम विनोद नगर (मंडावली, फजलपुर), मंडावली गांव, पार्क, झील और वुडलैंड क्षेत्र राजौरी गार्डन (तिहाड़ गांव के पास), बरवाला और झटीकारा झील शामिल हैं.

राय ने कहा, '' झीलों के बारे में मिली शिकायतों का जवाब देना झील के विकास और मरम्मत का सबसे अहम कारण है." उन्होंने कहा कि इन चिंताओं को दूर करने और झील के विकास को बढ़ावा देने के लिए, दिल्ली सरकार ने एक जिला शिकायत समिति का गठन किया है. समिति नियमित रूप से इन झीलों की जांच और निगरानी की प्रभारी होगी. ये झील के बारे में किसी भी शिकायत का ध्यान रखेगा.

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