यह विरोध प्रदर्शन रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों परीक्षा 2021 से संबंधित है.
नई दिल्ली:
बिहार में रेलवे में नौकरियों की परीक्षा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के तीसरे दिन एक ट्रेन में आग लगाने और प्रदर्शनकारियों के बुधवार को कुछ स्टेशनों पर प्रदर्शन किए जाने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शांति की अपील की है. यहां समझें आखिर क्यों हो रहा है रेलवे भर्ती को लेकर इतना विवाद.
इस विवाद के यह हैं कारण:
- यह विरोध प्रदर्शन रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (RRB-NTPC) परीक्षा 2021 से संबंधित है. छात्र दो चरणों में परीक्षा आयोजित करने के रेलवे के फैसले का विरोध कर रहे हैं, उनका दावा है कि दूसरा चरण उन लोगों के लिए अनुचित है जिन्होंने पहले चरण को पास किया है, जिसके परिणाम 15 जनवरी को जारी किए गए थे.
- लेवल 2 से लेवल 6 तक 35,000 से अधिक पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे, जिसके लिए लगभग 1.25 करोड़ उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. इन पदों के लिए शुरुआती वेतन ₹19,900 से लेकर ₹ 35,400 प्रति माह है. परीक्षा में करीब 60 लाख लोग शामिल हुए थे.
- विरोध के हिंसक होने के बाद रेलवे ने परीक्षण स्थगित करने का फैसला किया है. रेलवे ने उन लोगों की शिकायतों की जांच करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया है, जिन्होंने विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्डों (आरआरबी) के तहत परीक्षा उत्तीर्ण की है और जो इसमें असफल रहे हैं.
- रेलवे ने कहा है कि उम्मीदवार अपनी चिंताओं और सुझावों को rrbcommittee@railnet.gov.in पर समिति को दर्ज करा सकते हैं.
- उम्मीदवारों को अपनी चिंताओं को प्रस्तुत करने के लिए 16 फरवरी तक तीन सप्ताह का समय दिया गया है. समिति इन चिंताओं की जांच करने के बाद, 4 मार्च तक अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करेगी.