विज्ञापन
This Article is From Feb 26, 2024

लोकसभा चुनाव में ग्वालियर का इलाका BJP और कांग्रेस दोनों के लिए इतना क्यों है महत्वपूर्ण?

मध्य प्रदेश के पांच क्षेत्रों में से, ग्वालियर में भाजपा और कांग्रेस के बीच सबसे कड़ी लड़ाई होने की उम्मीद है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में दोनों पार्टियां के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी.

लोकसभा चुनाव में ग्वालियर का इलाका BJP और कांग्रेस दोनों के लिए इतना क्यों है महत्वपूर्ण?
भोपाल:

राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के मध्य प्रदेश में प्रवेश करने से कुछ दिन पहले भाजपा भी ग्वालियर में चुनाव को लेकर बड़ी बैठक कर रही है. ग्वालियर में भाजपा को लेकर नाराजगी देखी जा रही है. कांग्रेस यहीं से 'न्याय यात्रा' को आगे लेकर जाएगी. इसीलिए केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के मुख्य रणनीतिकार अमित शाह ने यहां रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक की, जहां उन्होंने चुनाव जीतने को लेकर गुरुमंत्र दिए.

खजुराहो लोकसभा क्षेत्र में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने सभी कार्यकर्ता से सभी बूथ पर 370 अतिरिक्त वोट जोड़ने को कहा. उन्होंने कहा, इस कदम को राज्यव्यापी और देशव्यापी ले जाने से भाजपा मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों और पूरे भारत में 370 से अधिक सीटों पर जीत हासिल कर सकती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल एनडीए को 400 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है.

मध्य प्रदेश के पांच क्षेत्रों में से, ग्वालियर में भाजपा और कांग्रेस के बीच सबसे कड़ी लड़ाई होने की उम्मीद है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में दोनों पार्टियां कड़ी टक्कर में थीं, जिसमें भाजपा ने 18 सीटें जीतीं और कांग्रेस ने 16 सीटों पर कब्जा किया था.

पार्टी सूत्रों ने संकेत दिया कि दलित-ब्राह्मण इसका कारण था, दलित 2018 से जाति-आधारित अपराधों से नाराज हैं और ब्राह्मण प्रतिनिधित्व की कमी से नाराज हैं. दोनों वर्गों ने भाजपा का विरोध किया था, जिसके कारण प्रदर्शन सामान्य से नीचे रहा था.

बीजेपी इस नाराजगी से पार पाने की कोशिश कर रही है. उसने विधानसभा चुनावों से पहले उनके लिए कई योजनाओं की पेशकश की थी. इस क्षेत्र में प्रचार के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री और ब्राह्मण चेहरा भजन लाल शर्मा को लाने की योजना है.

खजुराहो लोकसभा सीट कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को दिया
रविवार को अमित शाह का दूसरा पड़ाव खजुराहो था, जिसे कांग्रेस ने सीट बंटवारे के समझौते के तहत इस बार समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ दिया है. हालिया विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने वहां की सभी आठ विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी.

अमित शाह का अंतिम पड़ाव भोपाल था, जहां भाजपा 1989 से लोकसभा चुनाव जीत रही है और 2023 के चुनावों में आठ विधानसभा क्षेत्रों में से छह पर जीत हासिल की.

वहीं अमित शाह के दौरे पर कांग्रेस के राज्य मीडिया सेल के प्रमुख केके मिश्रा ने कहा, 'एक तरफ बीजेपी का दावा है कि वे 400 सीटें जीतने जा रहे हैं और दूसरी तरफ वे राहुल गांधी और कांग्रेस के दौरे से डरे हुए हैं.'

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com