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पहलगाम में आतंकी कैसे घुसे, सरकार ये क्‍यों नहीं बताती: गौरव गोगोई

गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार यह क्यों नहीं बताती है कि पहलगाम आतंकी हमला कैसे हुआ, आतंकी कैसे घुस आए. साथ ही कहा कि सरकार 2016 में जो बातें कहती थीं, वही बात अब फिर कर रही है. पुलवामा हमले के बाद भी ऐसी बातें कही गई थीं.

पहलगाम में आतंकी कैसे घुसे, सरकार ये क्‍यों नहीं बताती: गौरव गोगोई
  • संसद के मॉनसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान गौरव गोगोई ने सरकार की कार्रवाई पर कई सवाल उठाए.
  • गौरव गोगोई ने सरकार से पूछा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कब भारत में शामिल किया जाएगा.
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह कहना गलत है कि किसी दबाव में ऑपरेशन सिंदूर को रोका गया था.
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नई दिल्‍ली :

संसद के मॉनसून सत्र के दौरान सोमवार को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की गई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चर्चा की शुरुआत की. इसके बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार से कई सवाल पूछे. गोगोई ने कहा कि सरकार यह क्यों नहीं बताती है कि पहलगाम आतंकी हमला कैसे हुआ और आतंकी कैसे घुस आए. गोगोई ने कहा कि सरकार जो 2016 में बातें कहती थीं, वही बात अब फिर कर रही है. पुलवामा हमले के बाद भी ऐसी बातें कही गई थीं.

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान गौरव गोगोई ने पूछा कि राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा मकसद युद्ध नहीं था, तो क्यों नहीं था. हम पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कब लेंगे.

पाकिस्तान की इतनी हिम्मत कैसे हुई: गोगोई

साथ ही उन्‍होंने कहा कि उरी अटैक में सबसे दर्दनाक हमला हुआ था. उरी और पुलवामा के बाद पहलगाम में सबसे भयानक हमला हुआ है. पाकिस्तान की इतनी हिम्मत कैसे हुई कि वो बार-बार हमले कर रहा है. 

गौरव गोगोई ने कहा कि पहलगाम हमले को 100 दिन बीत चुके हैं, लेकिन यह सरकार आतंकवादियों को न्याय के कटघरे में नहीं ला पाई है. साथ ही कहा कि पहलगाम हमले को लेकर केंद्र सरकार उपराज्यपाल के पीछे नहीं छिप सकती है.

यह कहना गलत कि दबाव में रोका ऑपरेशन सिंदूर: रक्षा मंत्री 

इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह कहना गलत है कि किसी दबाव में ऑपरेशन सिंदूर को रोका गया था. उन्‍होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमारे डीजीएमओ से संपर्क किया और आग्रह किया कि अब कार्रवाई रोक दी जाए. यह पेशकश इस शर्त के साथ स्वीकार की गई कि यह अभियान सिर्फ रोका जा रहा है, अगर भविष्य में कोई दुस्साहस हुआ तो अभियान फिर प्रारंभ होगा.

साथ ही रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रतिपक्ष के लोग पूछते हैं कि कितने विमान गिरे, यह राष्ट्रीय भावनाओं का सही प्रतिनिधित्व नहीं करता, बल्कि उनका प्रश्न यह होना चाहिए कि क्या आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया गया.

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