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This Article is From Mar 01, 2023

कर्नाटक में चुनावी अभियान के लिए BJP ने आखिर अपने विरोधी के गढ़ को क्यों चुना?

साल 2018 के चुनाव में बीजेपी ने कोस्टल कर्नाटक और मुंबई-कर्नाटक क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया था. हालांकि, मैसूरु क्षेत्र और हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र के कुछ हिस्सों में स्पष्ट बहुमत से दूर रही थी.

कर्नाटक में चुनावी अभियान के लिए BJP ने आखिर अपने विरोधी के गढ़ को क्यों चुना?
जेपी नड्डा ने बुधवार को पार्टी के पहले चुनाव अभियान "विजय संकल्प यात्रा" को चामराजनगर से झंडी दिखाकर रवाना किया.
बेंगलुरु:

कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 (Karnataka Assembly Election 2023) में फिर से जीत हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मुक्कमल प्लान तैयार कर उसे लागू करना शुरू कर दिया है. सत्ता विरोधी लहर के साथ बीजेपी अब ओल्ड मैसूरु क्षेत्र के चामराजनगर जिले में अपना ध्यान केंद्रित कर रही है. चामराजनगर बीजेपी के प्रतिद्वंद्वी जनता दल (सेक्युलर) या जेडीएस का गढ़ रहा है.

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को पार्टी के पहले चुनाव अभियान "विजय संकल्प यात्रा" को चामराजनगर से झंडी दिखाकर रवाना किया. राज्य के चारों कोनों से ऐसी चार यात्राएं होनी हैं. बता दें कि 61 विधानसभा सीटों वाला ओल्ड मैसूरु जेडीएस का गढ़ है. इस क्षेत्र में कांग्रेस भी कभी बड़ी ताकत रही है.

साल 2018 के चुनाव में बीजेपी ने कोस्टल कर्नाटक और मुंबई-कर्नाटक क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया था. हालांकि, मैसूरु क्षेत्र और हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र के कुछ हिस्सों में स्पष्ट बहुमत से दूर रही थी.

क्या कहते हैं बीजेपी नेता?
बीजेपी प्रवक्ता एस प्रकाश ने कहा, "बीजेपी के लिए ओल्ड मैसूर क्षेत्र में जीत का दावा करना लगभग असंभव हो गया है. जमीन को मजबूत करने के लिए पार्टी ने 'विजय संकल्प' यात्रा यहां से शुरू की है. निश्चित रूप से नंजनगुड और गुंडलुपेट विधानसभा सीटों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. चामराजनगर विधानसभा सीट पर काम शुरू हो गया है. इसके अलावा हम धीरे-धीरे मैसूरु, मांड्या और नंजुनगुडु भी जाएंगे".

ओल्ड मैसूरु क्षेत्र के 9 जिलों में है चामराजनगर
चामराजनगर ओल्ड मैसूरु क्षेत्र के 9 जिलों में से एक है.  इसके अलावा ओल्ड मैसूरु में मांड्या, रामनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, कोलार, चिक्काबल्लापुर, तुमकुरु और हासन जिले शामिल हैं. इसके चार विधानसभा क्षेत्र हैं- हनूर, चामराजनगर, कोल्लेगल और गुंडलुपेट.

चामराजनार बीजेपी की पसंद क्यों?
दरअसल, हनूर में बीजेपी ने वोक्कालिगा समुदाय से कांग्रेस के तीन बार के विधायक आर नरेंद्र को हराना चुनौतीपूर्ण पाया है. जबकि चामराजनगर विधानसभा सीट पर ओबीसी समुदाय से कांग्रेस के सी पुट्टारंगशेट्टी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. 2018 में पुट्टारंगशेट्टी ने बीजेपी के केआर मल्लिकार्जुनप्पा को 4,913 मतों के अंतर से हराकर हैट्रिक बनाई. 2013 और 2008 के चुनाव में भी वे इस सीट से विजेता रहे थे.

जनता के मूड को भांपकर लिया फैसला
कांग्रेस के एक चुनावी रणनीतिकार ने एनडीटीवी को बताया, "पुट्टारंगशेट्टी एक मजबूत सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रहे हैं. विधानसभा में खराब प्रदर्शन कांग्रेस के लिए परेशानी का कारण बन सकता है. ऐसे समय में जब बीजेपी विकास समर्थक वादों के साथ कांग्रेस के वोटों को स्थानांतरित करने की पुरजोर कोशिश कर रही है, लोगों की नब्ज को भांपते हुए बीजेपी ने चामराजनगर जिले से अपना चुनाव अभियान शुरू करने का फैसला किया है." 

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