बीजेपी नेता अक्सर हर बात पर पिछली कांग्रेस की सरकारों को दोष देते रहते हैं. लेकिन बीते साल ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी ने तगड़ी नसीहत दी थी. उन्होंने कहा कि जो लोग कांग्रेस के 55 सालों के शासनकाल की हमेशा आलोचना करते रहे हैं वो यह भूल जाते हैं कि आजादी के समय देश कहां था और अब कितना आगे जा चुका है. हालांकि डॉ. प्रणब मुखर्जी ने कहा कि इसमें कांग्रेस के अलावा अन्य लोगों का भी योगदान था. लेकिन आधुनिक भारत की नींव हमारे उन संस्थापकों ने रखी थी, जिन्हें योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था में मज़बूती से भरोसा था, जबकि आज ऐसा नहीं है, जब योजना आयोग को ही खत्म कर दिया गया है. डॉ. मुखर्जी ने आगे कहा, अगर भारत की अर्थव्यवस्था को 50 खरब अमेरिकी डॉलर तक ले जाना है, तो हमने 18 खरब डॉलर की मज़बूत नींव छोड़ी थी, जो लगभग शून्य से शुरू हुई थी'. उन्होंने कहा था कि 50 खरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बना पाने की नींव पिछली सरकारों ने रखी थी, जिनमें जवाहरलाल नेहरू, डॉ मनमोहन सिंह और पी.वी. नरसिम्हा राव की सरकारें भी हैं.
उन्होंने आगे नसीहत देते हुए कहा कि वित्तमंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा था कि साल 2024 तक भारत की अर्थव्यवस्था 50 खरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी. लेकिन यह दर्जा आसमान से उतरकर नहीं आएगा. इसके लिए मज़बूत नींव मौजूद है, और उस नींव को अंग्रेज़ों ने नहीं, आज़ादी के बाद हिन्दुस्तानियों ने ही बनाया था.
गुजरात दंगों के कारण साल 2004 में बेपटरी हो गई बीजेपी : प्रणब मुखर्जी
गौरतलब है कि डॉ. प्रणब मुखर्जी का सोमवार की शाम को निधन हो गया. इसके बाद से देश-विदेश के दुनियाभर के नेता उनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं. आज प्रणब मुखर्जी का 2:30 बजे के करीब अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके निधन पर 7 दिन के राष्ट्रीय शोक के घोषणा की गई है. कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले प्रणब मुखर्जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूर्णनीय क्षति है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं