कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बुधवार को लोकसभा में जब डीएमके के एक सांसद ने शिकायत की कि कांग्रेस सांसद अपनी सीट छोड़कर सदन के वेल में जाकर उनके साथ प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, तो वह खुद अपनी सीट छोड़कर सदन के वेल में पहुंच गईं. विपक्षी सांसद केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग से लेकर अन्य प्रमुख मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
दोपहर में स्थगन के बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस, डीएमके और वाम दलों के सांसद सदन के वेल में चले गए और फिर से नारेबाजी की.
इस दौरान कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम और शशि थरूर अपनी सीट से उठ गए थे, लेकिन वेल में जाने की बजाय वहीं खड़े थे. यह देखकर तमिलनाडु के डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने सोनिया गांधी से शिकायत की कि कांग्रेस के दोनों नेता सदन के वेल में नहीं हैं.
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जैसे ही सोनिया गांधी अपनी सीट से उठीं और वहां से बाहर निकलीं तो कांग्रेस के सभी सांसदों ने उनसे तनाव न लेने और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की वजह से बैठे का अनुरोध किया.
इसके बाद चिदंबरम और थरूर सदन के वेल तक पहुंच गए.
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इसके बाद विपक्षी सदस्यों के विरोध के बीच लोकसभा की कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने नेशनल हेराल्ड अखबार में जांच का मुद्दा उठाने की कोशिश की, लेकिन अध्यक्ष ने इसे अस्वीकार कर दिया.
विपक्षी नेताओं ने आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी और मुद्रास्फीति के मुद्दों पर सरकार के जवाब पर भी असंतोष व्यक्त किया.
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