बिहार की राजनीति में इन दिनों काफी उठापटक चल रही है. उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू से अलग होकर अपनी नई पार्टी बना ली है. इस बीच जब जहानाबाद पहुंचे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सीएम पद को लेकर जेडीयू-आरजेडी के नेताओं के बीच चल रही बयानबाजी के बीच कहा कि कहीं कोई दिक्कत नहीं हैं. वे अपने स्वार्थ में सांप्रदायिक शक्तियों को आगे नहीं बढ़ने देंगे. हमारा मुख्य मकसद है 2024 में भाजपा को हराया और हम उस मकसद के साथ आगे बढ़ रहे हैं.
सवाल उठ रहे हैं कि क्या बिहार में सत्ता परिवर्तन होगा? तेजस्वी यादव ने कहा, "हम कोई जल्दीबाजी में हैं. किसी को कोई कंफ्यूज नहीं होना चहिए. नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार चल रही है. सरकार पर कोई संकट नहीं है. गठबंधन की सरकार आगे भी चलती रहेगी. कोई कुछ भी कहे, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है."
जीतनराम मांझी के अपने बेटे को सीएम बनाने की मांग पर तेजस्वी ने कहा, "इसमें क्या दिक्कत है? सभी लोग चाहते है कि उनका बेटा आगे बढ़े. हर पिता चाहता है कि उसका बेटा ऊपर जाए. ऐसे में अगर जीतनराम मांझी ये चाह रहे हैं कि उनका बेटा मुख्यमंत्री बने, तो इसमें कोई गलत बात नहीं है."
जब तेजस्वी यादव से पूछा गया कि सीएम बनाने के मामले में कोई धोखा तो नहीं हुआ? इस पर उपमुख्यमंत्री ने कहा, "कैसा धोखा...? ये सब केसी त्यागी और ललन सिंह के बयान को मीडिया ने बेहद गंभीरता से ले लिया है. फिर नीतीश कुमार काबिल हैं, इसमें कोई दो राय है क्या. सबकुछ हमारे नियंत्रण हैं. किसी को चिंतित होने की जरूरत नहीं है."
दरअसल, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मखदुमपुर प्रखंड स्थित प्रसिद्ध वाणावर पहाड़ का निरीक्षण करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने रोपवे का अवलोकन किया. साथ ही कहा कि 2024 के जून महीने में रोपवे बनकर तैयार हो जाएगा. उन्होंने कहा कि पर्यटन की संभावनाओं के लिहाज से यह इलाका बहुत अच्छा है. मेरा प्रयास होगा कि जो पर्यटक यहां आएं, रात्रि विश्राम करें और इस क्षेत्र का अवलोकन करें. हमारा बजट बहुत कम है, लेकिन हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि इस क्षेत्र को ख्याति दिलाएं.
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