बीएसएफ ने बांग्लादेश के सीमावर्ती क्षेत्र में मानव तस्करों से दो बांग्लादेशी महिलाओं को मुक्त कराया है. 9 जुलाई की शाम को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की सीमा चौकी हाकिमपुर में 112 वीं बटालियन के इलाके में तैनात बीएसएफ के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक तस्करों से दो महिलाओं को मुक्त कराया. मुक्त कराई गई महिलाओं मे से एक बांग्लादेश के फिरोजपुर जिले की और दूसरी नरेल जिले की निवासी है.
पूछताछ के दौरान पता चला कि ये दोनों बांग्लादेशी महिलाएं लगभग एक वर्ष पूर्व मानव तस्करों द्वारा डांसर एवं सिंगर के तौर पर रोजगार तथा जिस्मफरोशी के धंधे के लिए बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत में लाई गई थीं. ये महिलाएं भारत में पहले कोलकाता में जलसाघर बार और फिर मुंबई के ठाणे में शीतल बार में डांसर व सिंगर का काम करती थीं.
महिलाओं से पूछताछ में पता चला है कि कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन के कारण डांस बार बंद हो गए और रोजगार के साधन न होने के कारण इन दोनों बांग्लादेशी महिलाओं को भारतीय दलाल बाबू की मदद से अवैध रूप से सीमा पार कराने के लिए हाकिमपुर सीमावर्ती क्षेत्र में लाया गया था. दलाल ने हर महिला से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कराने के लिए 1000 रुपये लिए थे. इन दोनों महिलाओं को अवैध रूप से सीमा पार करने के प्रयास को विफल करते हुए सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उनको मुक्त करा लिया.
सीमा सुरक्षा बल ने दोनों बांग्लादेशी महिलाओं को कानूनी कार्यवाही के लिए उन्हें स्वरूपनगर पुलिस स्टेशन (उत्तर 24 परगना) को सौंप दिया. वर्ष 2020 में अब तक बीएसएफ ने मानव तस्करों से 10 महिलाओं को मुक्त कराया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं