
दिल्ली पुलिस ने दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था.
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दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में हैं दो संदिग्ध आतंकवादी
इन्हें जामा मस्जिद बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया था
दोनों संदिग्ध आतंकी काफी पढ़े-लिखे हैं
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2 संदिग्ध आतंकियों को किया गिरफ़्तार
डीसीपी ने बताया कि सितंबर 2016 में उसका भाई फिरदौस हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ा और उसके बाद आईएसजेके में शामिल हो गया था. उन्होंने बताया कि इस साल जनवरी में जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में फिरदौस मारा गया था. पुलिस ने बताया कि फिरदौस पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित था. उन्होंने बताया कि छोटे भाई के मारे जाने से बुरी तरह प्रभावित होकर लोन आईएसजेके से जुड़ गया. पॉल जम्मू-कश्मीर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के अंतिम वर्ष का छात्र है. पुलिस ने बताया कि अप्रैल, 2017 में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी सबजर भट्ट को दफनाए जाने के समय पॉल की मुलाकात तराल के रहने वाले शौकत से हुई थी.
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शौकत का रिश्तेदार सैय्यद ओवैसी शफी (जो बाद में एक मुठभेड़ में मारा गया) उस समय एक सक्रिय आतंकी था. शफी ने ही पॉल की पहचान आईएसजेके के वर्तमान प्रमुख आसिफ उर्फ उमर इब्न नजीर से करायी थी. अधिकारी ने बताया कि पॉल पिछले आठ माह से इन्क्रिप्टेड मोबाइल मैसेजिंग ऐप के जरिये आसिफ से नियमित संपर्क में था. पॉल और लोन इस वर्ष आईएसजेके से जुड़े थे और उत्तर प्रदेश से दिल्ली में हथियारों की तस्करी में शामिल थे.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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