अग्निपथ योजना (Agnipath Yojna) को लेकर देशभर में बवाल जारी है. छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं . इस योजना को तैयार करने वालों में से एक रहें लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी से एनडीटीवी ने बात की है. अनिल पुरी ने हिंसक प्रदर्शन करने वाले छात्रों को लेकर कहा कि आगजनी करने वालों के लिए हमारे पास कोई जगह नहीं है'. साथ ही अनिल पुरी ने बताया कि योजना क्यों और कैसे बनाई गई और इसके क्या फायदे हैं? अनिल पुरी ने कहा कि ऐसी हिंसा के अंदर हिस्सा लेने वाले तीन टाइप के लोग हैं. पहले वो हैं जिन्हें विरोधी बढ़ावा दे रहे हैं. नंबर 2 पर वो हैं जो ट्रेनिंग इंस्टिट्यूशन चलाते हैं. तीसरे वो हैं जो किसी को देखकर आ जाते हैं.
अनिल पुरी ने कहा कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. छात्रों को ट्रेनिंग की शुरुआत करनी चाहिए. उन्हें अपना सर्टिफिकेट इकट्ठा करना चाहिए. सरकार छात्रों के दर्द को समझती है. उन्होंने कहा कि 25 परसेंट तो सेना के साथ रहेंगे लेकिन जो 75 परसेंट वापस आएंगे वो ही देश की ताकत बनेंगे.
साथ ही अग्निवीरों को कई जगहों पर 10 प्रतिशत आरक्षण दिए जाएंगे. 4 साल बाद 11.7 लाख का पैकेज उन्हें मिलेगा जिससे वो कोई रोजगार शुरू कर सकते हैं. अपने भाई बहनों को पढ़ा सकते हैं. इस योजना को बनाने से पहले इंडस्ट्री से भी राय ली गयी थी. अनुशासन से 80 प्रतिशत जरूरत पूरी हो जाती है. अनुशासन से क्षमता बढ़ जाती है. साथ ही उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा को पैसे से नहीं तौल सकते हैं. पेंशन जैसे मुद्दों का देश की सुरक्षा के मुद्दे पर कोई जगह नहीं हैं. चार साल बाद जो यहां से निकलेंगे उन्हें रोजगार की परेशानी नहीं होगी.
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