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This Article is From Feb 15, 2024

"हम डर में जी रहे हैं": पश्चिम बंगाल के संदेशखाली से NDTV की ग्राउंड रिपोर्ट

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें उन्होंने पुलिस पर संदेशखालि में ‘उपद्रवी तत्वों’ के साथ मिले होने का आरोप लगाया. संदेशखाली में महिलाएं सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों के कथित अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं.

"हम डर में जी रहे हैं": पश्चिम बंगाल के संदेशखाली से NDTV की ग्राउंड रिपोर्ट
संदेशखाली के हालात अत्यंत निंदनीय...
नई दिल्‍ली:

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाएं सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों के कथित अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. संदेशखाली में सत्तारूढ़ दल के एक ताकतवर नेता के सहयोगियों द्वारा यौन उत्पीड़न के दावों पर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक घमासान के बीच, एनडीटीवी ने संदेशखाली में कई महिलाओं से बात की, जिन्होंने कहा- वे "डर" में जी रहे हैं. 

संदेशखाली में विरोध प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं के साथ बातचीत से पता चला कि भाजपा द्वारा लगाए गए बलात्कार और यौन हिंसा के आरोप सच नहीं हो सकते हैं, लेकिन कई लोगों को पार्टी कार्यालय में देर रात बुलाया गया था और इनकार करने पर उन्हें धमकी दी गई थी. कुछ महिलाओं ने अपने पतियों पर अत्याचार किये जाने की बात भी कही.

    
महिलाएं अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहती

एनडीटीवी ने बुधवार को भारत-बांग्लादेश सीमा के करीब एक द्वीप संदेशखाली का दौरा किया, जहां सभी एंट्री प्‍वाइंट्स पर निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. इस बीच कुछ महिलाएं जो तृणमूल के ताकतवर नेता शेख शाहजहां के सहयोगियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं, बोलने के लिए सहमत हुईं. ये महिलाएं बेहद डरी हुई थीं, जो उनके चेहरों पर भी नजर आ रहा था. उनमें से कोई भी प्रतिशोध और उत्पीड़न के डर से टेलीविजन कैमरों के सामने अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहती थीं.

डर के कारण महिलाएं नहीं निकलती घरों से बाहर 

पहले विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाली एक महिला ने एनडीटीवी से कहा, "ये घटनाएं हुई होंगी, अन्यथा महिलाएं ये बातें क्यों कहेंगी? आपको खुद ही पूछना चाहिए... अन्यथा महिलाएं सड़कों पर क्यों आएंगी और अपनी बात रखेंगी? वे झूठ बोल रहे हैं? इन बयानों में सच्चाई होनी चाहिए." उन्‍होंने कहा कि हम डर में जी रहे हैं. हम डर के कारण अपने घरों से बाहर नहीं निकलते हैं.

"तुम्हें जाना होगा या हम तुम्हें अपहरण कर लेंगे" 

एक अन्य महिला ने कहा, "वे (शाहजहां के सहयोगी) महिलाओं को बैठकों या रैलियों के लिए बुलाते थे, लेकिन कोई निश्चित समय नहीं था. यह दिन या रात हो सकता था. जब भी वे बुलाते थे, तो हमें जाना पड़ता था और अगर हम नहीं जाते, तो वे हमें धमकी देते थे. जब हम जाना नहीं चाहते थे, तब वे हमें मजबूर करते थे. उन्होंने हमें लक्ष्मी भंडार योजना और मुफ्त चावल योजना का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि दीदी (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी) आपको खाना खिला रही हैं, लेकिन आप फिर भी बैठकों में नहीं जाओगे? भले ही रात हो, तुम्हें जाना होगा या हम तुम्हें अपहरण कर लेंगे." 

ED की टीम पर हमला, शाहजहां लापता 

महिलाओं ने शेख शाहजहां के सहयोगियों, शिबू हाजरा और उत्तम सरदार का नाम लिया. सरदार को गिरफ्तार कर लिया गया है, हाजरा फरार है. 5 जनवरी को कथित राशन घोटाले के सिलसिले में उनके घर पर छापेमारी के दौरान भीड़ द्वारा प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर हमला किए जाने के बाद से शाहजहां भी लापता है. एक अन्य महिला ने आरोप लगाया, "शिबू हाजरा और उत्तम सरदार हमें बैठक करने के बहाने रात में भी पार्टी कार्यालय में बुलाते थे."

यह पूछे जाने पर कि क्या यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं, महिला ने कहा, "वे हमें प्रताड़ित करेंगे... उन्होंने महिलाओं को निशाना बनाया और उनके पतियों को उठाकर पार्टी कार्यालय में डंडे से पीटा, ताकि हम जाने के लिए मजबूर हो जाएं."

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