बेनतीजा रही खेल मंत्री-पहलवानों की 4 घंटे चली बैठक, खिलाड़ी कुश्ती संघ अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार रात को आंदोलन कर रहे खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनकी बात को गंभीरता से सुना. खेल मंत्री ने खिलाड़ियों से बृजभूषण शरण सिंह के जवाब का इंतज़ार करने को कहा है. मंत्रालय ने बुधवार को बृजभूषण शरण सिंह को जवाब देने के लिए 72 घंटे का वक़्त दिया है.

बेनतीजा रही खेल मंत्री-पहलवानों की 4 घंटे चली बैठक, खिलाड़ी कुश्ती संघ अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े

नई दिल्‍ली :

भारतीय कुश्‍ती संघ के अध्‍यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों का जंतर-मंतर पर धरना गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. पहलवान, बृजभूषण के इस्‍तीफे से कम किसी भी बात के लिए तैयार नहीं हैं. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार रात को पहलवानों से मुलाकात की और उनकी बात को गंभीरता से सुना. खेल मंत्री ने खिलाड़ियों से बृजभूषण सिंह के जवाब का इंतज़ार करने को कहा है.

गुरुवार रात करीब 4 घंटे तक चली बैठक में अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को समझाने की कोशिश की. साथ ही उन्होंने कार्रवाई का भी आश्वासन दिया है. लेकिन पहलवान बृजभूषण के इस्तीफे पर अड़े रहे. इस कारण बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल सका और पहलवान मीडिया से बात किए बिना चले गए. शुक्रवार यानी आज एक बार फिर खेल मंत्री और पहलवानों के बीच बात हो सकती है. आज पहलवान धरने पर बैठेंगे, इस पर पहलवान सुबह स्थिति साफ़ करेंगे.

मंत्रालय ने बुधवार को बृजभूषण शरण को जवाब देने के लिए 72 घंटे का वक़्त दिया है. खेल मंत्री ठाकुर ने पहलवानों को जवाब के बाद सख़्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. बता दें, इस मुद्दे पर पहलवान, आर-पार की लड़ाई का मन बना चुके हैं. वे बृजभूषण सिंह के इस्‍तीफे से कम किसी भी बात के लिए तैयार नहीं हैं. उनका साफ कहना है कि बृजभूषण सिंह का इस्तीफ़ा हो और कुश्ती संघ को भंग किया जाए.

धरने पर बैठे विनेश फोगट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित देश के कुछ शीर्ष पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष (WFI President) बृजभूषण शरण सिंह और कोचों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. वर्ल्ड चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलिंपियन विनेश ने दावा किया कि कई कोच ने भी महिला पहलवानों का शोषण किया है. इन पहलवानों का कहना है कि मामले में हमें अब तक संतोषजनक जवाब नहीं मिला है.अब तक केवल आश्वासन मिला है. कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. हम इस मामले को तब तक नहीं छोड़ेंगे जब तक कि संघ के प्रमुख को हटा नहीं दिया जाता है और वो जेल नहीं जाते हैं. अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो हम पुलिस के पास जाएंगे.

उधर, भाजपा सांसद और डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह ने तमाम आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा, "यौन उत्पीड़न के सभी आरोप झूठे हैं, और अगर वे सही पाए गए तो मैं आत्महत्या कर लूंगा. मैंने बजरंग पुनिया सहित कई पहलवानों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया."

इस बीच, इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की प्रमुख पीटी उषा ने गुरुवार को कहा कि IOA अध्यक्ष के रूप में, मैं सदस्यों के साथ पहलवानों के वर्तमान मामले पर चर्चा कर रही हूं. हम सभी के लिए एथलीटों का कल्याण और भलाई सर्वोच्च प्राथमिकता है. हम एथलीटों से अनुरोध करते हैं कि वे आगे आएं और अपनी चिंताओं को हमारे साथ रखें. हम न्याय सुनिश्चित करने के लिए पूरी जांच सुनिश्चित करेंगे. उषा ने कहा कि हमने भविष्य में उत्पन्न होने वाली ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई के लिए एक विशेष समिति गठित करने का भी निर्णय लिया है.

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