हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान समाप्त हो गया और निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू मतदान से दूर रहे. अधिकारियों ने बताया कि राज्य विधानसभा में कुल 90 सीट हैं और 89 विधायकों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया. मतदान सुबह 9 बजे शुरू हुआ था. भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को खड़ा किया है जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. मीडिया कारोबारी कार्तिकेय शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं.
भाजपा नीत राज्य सरकार के खिलाफ मुखर रहे निर्दलीय विधायक कुंडू मतदान में भाग नहीं लेने के अपने फैसले पर अडिग रहे. राज्य के गृह मंत्री अनिल विज और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओ पी धनखड़ ने कुंडू के घर जाकर उन्हें मनाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी. महम से विधायक कुंडू ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे पैसों समेत कई तरह की पेशकश की गयीं, लेकिन मैंने अपने विवेक से फैसला लिया.''
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा-जजपा की सरकार में कई घोटाले हुए हैं और वह भाजपा या उसकी किसी सहयोगी पार्टी के समर्थन वाले उम्मीदवार के लिए मतदान नहीं कर सकते. उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उसने बाहरी उम्मीदवार अजय माकन को खड़ा कर लोगों का ‘‘अपमान'' किया है. उन्होंने कहा, ‘‘इन सब कारणों से मैंने मतदान से दूर रहने और वोट न डालने का फैसला किया है.''
हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधायक रघुवीर सिंह कादियान ने कहा कि कांग्रेस के पास अपने उम्मीदवार की जीत के लिए आवश्यक संख्या है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे उम्मीदवार को कांग्रेस के 31 वोट मिलेंगे. इसके अलावा उन्हें दो-तीन वोट और भी मिलेंगे.''
कांग्रेस ने खरीद-फरोख्त के डर से एक सप्ताह पहले अपने विधायकों को रायपुर भेज दिया था. वे शुक्रवार को मतदान से पहले चंडीगढ़ पहुंचे. भाजपा, जजपा और कुछ निर्दलीय नेताओं ने दावा किया कि भाजपा उम्मीदवार पंवार और निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा जीत जाएंगे. हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा में 40 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी के पास जीत के लिए आवश्यक 31 प्रथम वरीयता मतों से नौ अधिक मत हैं, जबकि मीडिया कारोबारी कार्तिकेय शर्मा के निर्दलीय खड़े होने से दूसरी सीट के लिए मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
उन्हें भाजपा-जजपा गठबंधन, निर्दलीयों और हरियाणा लोकहित पार्टी के इकलौते विधायक गोपाल कांडा का समर्थन हासिल है. कांग्रेस के राज्य विधानसभा में 31 सदस्य हैं, जो एक सीट के लिए उसके उम्मीदवार को जिताने के लिए पर्याप्त हैं, लेकिन ‘क्रॉस-वोटिंग' होने पर उसकी संभावनाएं कम हो सकती हैं.
ये भी पढ़ें-
- 'क्योंकि मुझे कांग्रेस से प्यार है...', कर्नाटक में क्रॉस वोटिंग करने के बाद बोले JDS विधायक
- राज्यसभा चुनाव : राजस्थान में वोट पर्ची 'हाथ में लेने' पर विवाद, जानें क्या है मामला...
- EXPLAINER: राज्यसभा चुनाव में कब और कैसे रिजेक्ट होता है वोट? ऐसे में पोलिंग ऑफिसर क्या कार्रवाई करता है
Video : पैगंबर टिप्पणी विवाद को लेकर कई शहरों में जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं