उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव पर सबकी नजरें टिकी थीं क्योंकि यह सीट यहां के समाजवादी पार्टी (SP) के विधायक दारा सिंह चौहान के सपा छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने के बाद खाली हो गई थी. घोसी के उपचुनाव में दारा सिंह फिर एक बार उम्मीदवार थे लेकिन इस बार उनकी पार्टी सपा के बजाय बीजेपी थी. हालांकि ओबीसी नेता सिंह को बीजेपी प्रत्याशी के रूप में इस उपचुनाव में घोसी के वोटरों ने नकार दिया और उन्हें उनकी ही पुरानी पार्टी सपा के सुधाकर सिंह से शिकस्त मिली.
समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह ने दारा सिंह को 42,759 वोटों से हरा दिया. सुधाकर सिंह को 1,24,447 वोट मिले जबकि दारा सिंह को 81,668 वोट मिले. मतगणना के दौरान कुल 33 दौर की गिनती हुई. विशेष परिस्थिति के लिए आरक्षित 34वें चक्र की स्थिति नहीं आई.
घोसी उपचुनाव के मैदान में थे कुल 10 उम्मीदवारघोसी में कुल 10 उम्मीदवारों में पीस पार्टी के सनाउल्लाह को 2570 वोट, जन अधिकार पार्टी के अफरोज आलम को 2100, निर्दलीय विनय कुमार को 1406, प्रवेन्द्र प्रताप सिंह को 1223, रमेश पांडेय को 839, जनता क्रांति पार्टी (राष्ट्रवादी) के मुन्नी लाल चौहान को 606, जन राज्य पार्टी के सुनील चौहान को 541 और आम जनता पार्टी (सोशलिस्ट) के राजकुमार चौहान को 466 वोट मिले. इसके अलावा घोसी के 1725 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना.
NDA और INDIA गठबंधन के बीच पहला मुकाबलाघोसी विधानसभा सीट के उपचुनाव में वोटों की गिनती शुक्रवार को सुबह शुरू हुई थी जो कि देर शाम तक चली, जिसे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (INDIA) के बीच पहला बड़ा चुनावी मुकाबला माना जा रहा है.
जीत का हमारा नया फार्मूला सफल साबित : अखिलेश यादवसमाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को घोसी में पार्टी उम्मीदवार की भारी जीत पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ‘‘जीत का हमारा नया फार्मूला सफल साबित हुआ है. यह भाजपा के अहंकार और घमंड को चकनाचूर करने वाला नतीजा है.''
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए जीत का श्रेय विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' और अपने फार्मूले 'पीडीए' (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) को दिया.
उन्होंने कहा, ‘‘ 'इंडिया'- टीम है और 'पीडीए' रणनीति : जीत का हमारा यह नया फार्मूला सफल साबित हुआ है.'' यादव ने कहा कि ‘‘यूपी एक बार फिर से देश में सत्ता परिवर्तन का अगुआ बनेगा. भारत ने 'इंडिया' को जिताने की शुरुआत कर दी है, ये देश के भविष्य की जीत है.''
उत्तर प्रदेश की जनता ने एनडीए को विदा करने का मन बना लिया : कांग्रेसकांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई ने अपने आधिकारिक 'एक्स' अकाउंट पर पोस्ट किया, ‘‘प्रदेश अध्यक्ष अजय राय जी की अपील को घोसी की जनता ने अपने दिल में जगह दी. इस उपचुनाव में 'इंडिया' गठबंधन के प्रत्याशी की जीत इस बात का ऐलान करती है कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों और नफरत के बाजार से जनता परेशान हो चुकी है. तय मानिए! 2024 में उत्तर प्रदेश की जनता ने एनडीए को विदा करने का मन बना लिया है.''
घोसी के जनादेश का सम्मान : बीजेपीदूसरी तरफ, बीजेपी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि घोसी विधानसभा उप चुनाव का जो जनादेश मिला है, बीजेपी उसका सम्मान करती है. बीजेपी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ‘‘यह बात सत्य है कि जिस तरह के परिणाम की अपेक्षा हम लोगों को थी, राजनीतिक दृष्टि से उस तरह का परिणाम नहीं आया है.''
चुनाव के नतीजे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा,‘‘मैं घोसी विधानसभा क्षेत्र के सभी सम्मानित मतदाताओं का और चुनाव में जिन लोगों की सहभागिता रही, पुलिस प्रशासन और आयोग सभी लोगों का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने निष्पक्ष चुनाव कराने के अपने दायित्व का निर्वहन किया है.''
भूपेन्द्र सिंह ने ईवीएम को लेकर अक्सर विपक्षी दलों द्वारा उठाए जाने वाले सवालों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘मैं विपक्ष के लोगों से पूछना चाहता हूं कि इस परिणाम के बाद क्या वह ईवीएम पर प्रश्न खड़ा करेंगे. क्या उस सरकारी मशीनरी, संवैधानिक संस्थाओं, निर्वाचन आयोग पर प्रश्न खड़ा करेंगे.''
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोसी विधानसभा क्षेत्र में 50 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने मंगलवार (पांच सितंबर) को उपचुनाव के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था, जो विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के गठन के बाद राज्य में पहला चुनावी मुकाबला था.
सपा के टिकट पर जीतने के बाद बीजेपी में लौटे थे दारा सिंह चौहानपिछले साल के विधानसभा चुनाव में घोसी में 58.59 प्रतिशत मतदान हुआ था. निर्वाचन आयोग के अनुसार, पांच सितंबर को हुए विधानसभा उपचुनाव में मतदान प्रतिशत 50.77 दर्ज किया गया था. सपा के टिकट पर 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में यह सीट जीतने वाले दारा सिंह चौहान के जुलाई में इस्तीफे के बाद यहां उपचुनाव जरूरी हो गया था.
सपा से इस्तीफा देकर चौहान फिर बीजेपी में लौट आए थे. बीजेपी ने उन्हें उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन सपा ने उनके मुकाबले सुधाकर सिंह को मैदान में उतारा.
साल 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चौहान ने बीजेपी उम्मीदवार विजय कुमार राजभर को 22,216 मतों के अंतर से हराया था. इस उपचुनाव में चौहान को राजग के सहयोगियों... अपना दल (सोनेलाल), निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) पार्टी और पूर्व सपा सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) का समर्थन मिला है.
सुधाकर सिंह को मिला ‘इंडिया' के घटक दलों का समर्थनदूसरी ओर सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के घटक दलों - कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), राष्ट्रीय लोक दल (RLD), आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (भाकपा-माले)-लिबरेशन और सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी का समर्थन मिला है.
उपचुनाव के नतीजे का भाजपा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, जिसे 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बहुमत हासिल है. इसका परिणाम 2024 के लोकसभा चुनाव के लिहाज से एक संकेत हो सकता है. उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं.
इस उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में थे. बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने उपचुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था.
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