दलित युवकों की निर्मम पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद आक्रोश फैल गया
राजकोट:
गुजरात के उना में कथित तौर पर गाय का चमड़ा उतारने को लेकर कुछ दलितों की बर्बर ढंग से पिटाई के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के दौरान भीड़ ने अमरेली कस्बे में पुलिस पर पत्थरों से हमला कर दिया, जिसमें एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई। सुरक्षा बलों को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
पुलिस ने बताया, 'स्थानीय अपराध शाखा में तैनात हेड कांस्टेबल पंकज अमरेली पथराव में घायल हो गए थे। राजकोट के एक अस्पताल में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों सहित 10 अन्य लोग घायल हैं।'
इस बीच दलितों को पीटे जाने की घटना को लेकर जूनागढ़ जिले के बटवा कस्बे में तीन लोगों ने आज जहर खाकर खुदकुशी का प्रयास किया। इससे पहले राजकोट के गोंडाल और जामकांडोरना में सोमवार को सात दलित युवकों ने खुदकुशी का प्रयास किया था।
वहीं जूनागढ़, जामनगर और अमरेली जिलों में राज्य परिवहन निगम की कई बसों मे तोड़फोड़ किए जाने और सड़कों को जाम किए जाने की कई घटनाएं हुई हैं। पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने राजकोट जिले के धोराजी में एक बस को आग के हवाले कर दिया। सोमवार रात को राजकोट में बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के लिए बने शेड में तोड़फोड़ की गई।
पुलिस का कहना है, 'उना में दलितों को पीटे जाने की घटना के खिलाफ दिनेश कुमार (21), दिनेश वेगरा (23) और रसिक विंजुरा (40) आज अबेडकरनगर सोसायटी में एकत्र हुए और जहर खा लिया।' इन तीनों की हालत स्थिर बताई गई है।
अमरेली कस्बे के चितल रोड इलाके में सैकड़ों प्रदर्शनकारी एकत्र हुए और पुलिस पर पथराव करने लगे जिसके बाद पुलिस ने उनको तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। सुरेंद्रनगर जिले में आंदोलनकारियों ने राजमार्ग के बीचोबीच मरी हुई गाय रखकर जाम लगा दिया। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए राज्य सड़क परिवहन विभाग ने पोरबंदर और दूसरे इलाकों से बस सेवाओं को स्थगित कर दिया है।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने बीती रात राजकोट में प्रवेश कर रही अहमदाबाद-वेरावल ट्रेन पर भी पथराव किया, जिससे सहायक ड्राइवर घायल हो गया। राजकोट के पुलिस उपायुक्त करणराज वाघेला ने बताया, 'ऐसी खबरें थीं कि बीआरटीएस की बसों में दलित समुदाय के लोग तोड़फोड़ कर रहे हैं। कई सार्वजनिक वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई है।' उन्होंने कहा कि हालात नियंत्रण में है और राजकोट में आज कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने गिर-सोमनाथ जिले के उना की घटना की सीआईडी जांच का आदेश दिया है। दलित युवकों की निर्मम पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश फैल गया। पीड़ितों का कहना है कि वे एक मरी हुई गाय की खाल उतार रहे थे और उन्होंने गाय नहीं मारी थी। इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस ने बताया, 'स्थानीय अपराध शाखा में तैनात हेड कांस्टेबल पंकज अमरेली पथराव में घायल हो गए थे। राजकोट के एक अस्पताल में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों सहित 10 अन्य लोग घायल हैं।'
इस बीच दलितों को पीटे जाने की घटना को लेकर जूनागढ़ जिले के बटवा कस्बे में तीन लोगों ने आज जहर खाकर खुदकुशी का प्रयास किया। इससे पहले राजकोट के गोंडाल और जामकांडोरना में सोमवार को सात दलित युवकों ने खुदकुशी का प्रयास किया था।
वहीं जूनागढ़, जामनगर और अमरेली जिलों में राज्य परिवहन निगम की कई बसों मे तोड़फोड़ किए जाने और सड़कों को जाम किए जाने की कई घटनाएं हुई हैं। पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने राजकोट जिले के धोराजी में एक बस को आग के हवाले कर दिया। सोमवार रात को राजकोट में बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के लिए बने शेड में तोड़फोड़ की गई।
पुलिस का कहना है, 'उना में दलितों को पीटे जाने की घटना के खिलाफ दिनेश कुमार (21), दिनेश वेगरा (23) और रसिक विंजुरा (40) आज अबेडकरनगर सोसायटी में एकत्र हुए और जहर खा लिया।' इन तीनों की हालत स्थिर बताई गई है।
अमरेली कस्बे के चितल रोड इलाके में सैकड़ों प्रदर्शनकारी एकत्र हुए और पुलिस पर पथराव करने लगे जिसके बाद पुलिस ने उनको तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। सुरेंद्रनगर जिले में आंदोलनकारियों ने राजमार्ग के बीचोबीच मरी हुई गाय रखकर जाम लगा दिया। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए राज्य सड़क परिवहन विभाग ने पोरबंदर और दूसरे इलाकों से बस सेवाओं को स्थगित कर दिया है।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने बीती रात राजकोट में प्रवेश कर रही अहमदाबाद-वेरावल ट्रेन पर भी पथराव किया, जिससे सहायक ड्राइवर घायल हो गया। राजकोट के पुलिस उपायुक्त करणराज वाघेला ने बताया, 'ऐसी खबरें थीं कि बीआरटीएस की बसों में दलित समुदाय के लोग तोड़फोड़ कर रहे हैं। कई सार्वजनिक वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई है।' उन्होंने कहा कि हालात नियंत्रण में है और राजकोट में आज कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने गिर-सोमनाथ जिले के उना की घटना की सीआईडी जांच का आदेश दिया है। दलित युवकों की निर्मम पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश फैल गया। पीड़ितों का कहना है कि वे एक मरी हुई गाय की खाल उतार रहे थे और उन्होंने गाय नहीं मारी थी। इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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