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This Article is From Dec 24, 2023

केरल में प्रदर्शन के दौरान हिंसा का मामला, कांग्रेस नेताओं के खिलाफ केस दर्ज

प्रदर्शन में भाग लेने वाले सभी नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ दंगा करने, सड़कों को अवरुद्ध करने और लोक सेवकों को उनके कर्तव्यों का पालन करने से रोकने सहित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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केरल में प्रदर्शन के दौरान हिंसा का मामला, कांग्रेस नेताओं के खिलाफ केस दर्ज
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी.
तिरुवनंतपुरम:

केरल पुलिस ने यहां पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के कार्यालय तक मार्च निकालने के दौरान हुई हिंसा के संबंध में कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख के. सुधाकरन, विधानसभा में विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में शनिवार को केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी, जिसमें भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे. घटना के बाद वरिष्ठ सांसदों और विधायकों सहित केरल के कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने दम घुटने की शिकायत की थी और कुछ को अस्पताल में भी भर्ती कराना पड़ा था.

जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शनिवार को 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि प्रदर्शन में भाग लेने वाले सभी नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ दंगा करने, सड़कों को अवरुद्ध करने और लोक सेवकों को उनके कर्तव्यों का पालन करने से रोकने सहित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.

म्यूजिम पुलिस ने सुधाकरन और सतीसन के अलावा सांसद शशि थरूर, कोडिकुन्निल सुरेश, अदूर प्रकाश, के. मुरलीधरन और जेबी. माथेर, विधायक रमेश चेन्निथला और अन्य नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

अधिकारी ने बताया, ‘‘मार्च लगभग खत्म हो चुका था, तभी प्रदर्शनकारियों ने आक्रामक तरीके से अवरोधकों को हिलाना शुरू कर दिया जिसके बाद हमने पानी की बौछारें छोड़ी. ऐसा लगता है कि पानी की बौछारों से वे परेशान हो गए और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद हमें आंसू गैस के गोले छोड़े.''

अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन में करीब 300-400 लोग मौजूद थे हालांकि किसी के घायल होने की खबर नहीं है.

पथराव के दौरान कुछ संवाददाताओं को चोटें आईं लेकिन उनमें से किसी ने भी आधिकारिक तौर पर पुलिस से शिकायत नहीं की है.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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