वार्षिक गणेश चतुर्थी महोत्सव की तैयारियों के दौरान कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में एक गणपति मंदिर को 65 लाख रुपये मूल्य के करेंसी नोटों और सिक्कों से सजाया गया है. बेंगलुरू के जे.पी. नगर इलाके में बना श्री सत्य गणपति मंदिर हर साल गणेश पूजन महोत्सव के दौरान अपने परिसर को नया और अनूठा रूप देने के लिए मशहूर है.
इस साल मंदिर प्रबंधन ने कतई अनूठा तरीका अपनाया है, और ₹10, ₹20, ₹50 और ₹500 के सैकड़ों करेंसी नोटों और सिक्कों का इस्तेमाल कर मंदिर को सजाया है.
पिछले कुछ सालों के दौरान महोत्सव के समय मंदिर को सजाने के लिए मंदिर प्रबंधन फूल, मकई के दानों और कच्चे केलों जैसी ईको-फ़्रेंडली वस्तुओं का इस्तेमाल करता रहा है.
गणेश चतुर्थी का पर्व हिन्दू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद माह के दौरान आता है, और यह भगवान शिव तथा पार्वती के पुत्र भगवान गणेश के जन्म का दिन है. इसी पर्व को विनायक चतुर्थी और गणेशोत्सव के नाम से भी जाना जाता है.
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की मिट्टी की मूर्तियों को घरों और सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित कर मनाया जाता है, और पर्व का समापन 11 दिन बाद अनंत चतुर्दशी के दिन होता है, जब स्थापित की गई गणपति प्रतिमा को सार्वजनिक जुलूस में ले जाने के बाद किसी नदी या समुद्र में विसर्जित कर दिया जाता है.
इस वर्ष गणेश महोत्सव या गणपति महोत्सव 19 सितंबर से शुरू होने जा रहा है.
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