नई दिल्ली:
केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने मंत्रिमंडल के फेरबदल में अपने को कानून मंत्रालय से कंपनी मामलों के मंत्रालय में भेजे जाने के पीछे निहित स्वार्थं रखने वालों का हाथ बताने के बाद कहा कि वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के साथ बहुत खुश हैं। यहां अपने पहले के बयान को नजरअंदाज करते हुए मोइली ने संवाददाताओं को बताया, मैं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बहुत खुश हूं। अगर उन्होंने मुझे यह काम सौंपा है तो उनके दिमाग में जरूर कुछ होगा। वे जानते हैं कि मैं एक सुधारवादी हूं और जहां भी जाता हूं मेरे पास सुधार का एक एजेंडा होता है। मंगलवार को मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद मोइली ने अपने पोर्टफोलियो में बदलाव के पीछे निहित स्वार्थों का हाथ बताया था। मोइली ने यह भी कहा था कि अन्य मंत्रालयों के पापों के लिए उनकी बलि नहीं दी जा सकती। मोइली ने कहा, जो बीत गया वह कल था। आज मैं इस मंत्रालय में हूं और भविष्य की ओर देख रहा हूं। कंपनी मामलों के मंत्री के तौर पर उनकी उच्च प्राथमिकता क्या होगी, यह पूछे जाने पर मोइली ने कहा कि वह लंबित कंपनी विधेयक, 2009 को पारित कराने की कोशिश करेंगे।उन्होंने कहा, मानसून सत्र में, यह हमारे एजेंडे पर सबसे ऊपर होगा। कानून मंत्री के तौर पर भी मैंने विधेयक का अध्ययन किया था और यह सबसे बेहतर विधेयकों में से एक है। हम मानसून सत्र की समय सीमा पूरा करेंगे और हमारी कोशिश होगी कि इसे तत्काल कैबिनेट के सामने लाया जाए।
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