नई दिल्ली:
एनडीएमए के मुताबिक बुधवार को 300 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। महामारी के बढ़ते खतरे के बीच राज्य सरकार ने केदारनाथ में शवों के सामूहिक अंतिम संस्कार शुरू कर दिया।
बाढ़ से सबसे ज्यादा तबाही केदारनाथ में ही मची है। वहां, मिट्टी और मलबे में दबे शवों को निकाला जा रहा है। इस आपदा में कम से कम 822 लोग मारे गए हैं हालांकि ये संख्या बढ़ने की आशंका है। प्रशासन का कहना है कि अंतिम संस्कार से पहले शवों का डीएनए सैंपल लिया जाएगा ताकि बाद में इनकी शिनाख़्त में आसानी हो।
बाढ़ से सबसे ज्यादा तबाही केदारनाथ में ही मची है। वहां, मिट्टी और मलबे में दबे शवों को निकाला जा रहा है। इस आपदा में कम से कम 822 लोग मारे गए हैं हालांकि ये संख्या बढ़ने की आशंका है। प्रशासन का कहना है कि अंतिम संस्कार से पहले शवों का डीएनए सैंपल लिया जाएगा ताकि बाद में इनकी शिनाख़्त में आसानी हो।
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