उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश पहले दवा क्षेत्र का उपभोक्ता था लेकिन अब यह दवाओं का उत्पादक और निर्यातक बनेगा. योगी आदित्यनाथ ने यहां मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) में 24.69 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 'फार्मेसी बिल्डिंग' के शिलान्यास एवं स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत 4000 विद्यार्थियों के टैबलेट/स्मार्टफोन वितरण समारोह में यह बात कही.
उन्होंने कहा, ''उत्तर प्रदेश औषधि क्षेत्र में पहले उपभोक्ता राज्य था. दवाएं व अन्य जरूरी मेडिकल उत्पाद बाहर से आते थे. अब यूपी औषधि क्षेत्र का उत्पादक और निर्यातक बन जाएगा.'' उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार ललितपुर में 2000 एकड़ क्षेत्र में फार्मा पार्क बना रही है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में मेडिकल डिवाइस पार्क भी बन रहा है. इस परियोजना के दूरगामी परिणामों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे दवाओं के क्षेत्र में युवाओं को भी व्यापक अवसर उपलब्ध होंगे.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'आज से सात साल पहले भी उप्र में सबकुछ था लेकिन आगे बढ़ने के संकल्प का अभाव था. प्रदेश वही है, लोग वही हैं, मशीनरी भी वही है लेकिन कार्य संस्कृति बदली तो परिणाम सबके सामने है.' मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश नया और बदला हुआ प्रदेश नजर आता है. यह प्रगति और निवेश का प्रदेश बन गया है. यहां हरेक क्षेत्र में पर्याप्त अवसर और आगे बढ़ने की संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा, 'जहां चुनौतियां होंगी, वहां संभावनाएं भी होती हैं. संभावनाओं और अवसर से कभी चूकना नहीं चाहिए.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना से स्मार्टफोन और टैबलेट की मदद से उत्तर प्रदेश के युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जा रहा है. इस योजना के तहत राज्य के दो करोड़ युवाओं को स्मार्टफोन और टैबलेट उपलब्ध कराए जाएंगे.
स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण में केंद्र और राज्य सरकार की उन योजनाओं को भी जोड़ा गया है जो युवाओं के भविष्य और उनकी आत्मनिर्भरता के लिए आवश्यक हैं.
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