ईंट भट्ठा के मालिक समेत चार लोगों पर काम के दौरान ईंटों का ढेर गिरने से दो मजदूरों की मौत के मामले में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक (एसपी) संकल्प शर्मा ने बताया कि मामले की जांच और भट्ठे के निरीक्षण के दौरान श्रम विभाग और पुलिस ने 14 बाल मजदूरों को मुक्त कराया. बभनोली गांव में शनिवार को हुए हादसे में तीन महिला मजदूर भी घायल हो गईं थीं.
ईंट भट्ठा मालिक मुक्तिनाथ त्रिपाठी, अजीत त्रिपाठी, संजू और मुस्तफा और कुछ अज्ञात व्यक्तियों पर भारतीय दंड संहिता के साथ-साथ बाल श्रम (निषेध और विनियमन) अधिनियम, 1986 के तहत केस दर्ज किए गए हैं. एसपी ने कहा कि यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ निवासी मोहित राम यादव की शिकायत पर की गई है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. क्षेत्राधिकारी (सीओ) श्रीयश त्रिपाठी के अनुसार हादसे में मारे गए यशवंत उर्फ छोटू यादव (36) और हरिनाथ (35) छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे.
श्रम प्रवर्तन अधिकारी शशि सिंह ने कहा कि भट्ठे पर 14 बच्चों सहित 83 मजदूर काम करते पाए गए. उन्होंने कहा कि बच्चों की उम्र का सत्यापन कराने के बाद उन्हें बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया. सिंह ने कहा कि श्रम कानूनों का उल्लंघन कर ईंट भट्ठा संचालित किया जा रहा था. मामला रामपुर कारखाना थाने में दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि घायलों को देवरिया के देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
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