
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को विधानसभा में राज्य के वित्त वर्ष 2014-15 का बजट प्रस्तुत किया। अखिलेश के बजट में इस बार राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही तीन बहुचर्चित योजनाओं के लिए धन की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
मुख्यमंत्री की ओर से पेश किए गए बजट में सरकार ने लैपटॉप योजना, बेरोजगारी भत्ता योजना और कन्या विद्या धन के लिए धन आवंटित नहीं किया गया है। इस तरह से सरकार ने अब इन तीनों योजनाओं को बंद कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने सदन में 2,74,704.59 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। यूपी का यह बजट पिछले आठ सालों में सबसे बड़ा बजट है। बजट का आकार पिछले वर्ष की तुलना में 22 फीसदी बड़ा है।
इससे पूर्व विधानसभा की कार्यवाही जैसे ही दोपहर 12:20 बजे शुरू हुई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य मुख्यमंत्री के बजट भाषण का विरोध करते हुए सदन से बहिर्गमन कर गए। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद फरवरी में राज्य सरकार ने विधानमंडल में अंतरिम बजट पेश किया था।
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