उन्नाव रेप (Unnao Rape) पीड़िता की मौत पर कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishvas) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. इस मामले पर कवि विश्वास ने लगातार ट्वीट किए हैं. कुमार विश्वास ने एक ट्वीट में लिखा, "क्यूं नहीं मिलता उन्नाव की बेटी को न्याय? 90 बलात्कार केस, निराला-चंद्रशेखर आज़ाद के उन्नाव में? आप सबकी उबल रही जिज्ञासा का शमन शायद वहां के सांसद जी के इस बधाई संदेश से हो जाए! पढ़िए और नेताओं-पार्टियों-जातियों के बंधक बनकर कुतर्क करिए! कुछ नहीं हो सकता हम सब का." एक दूसरे ट्वीट में विश्वास ने लिखा, "ज़िंदा जली उन्नाव की बेटी ने अकेले दम नहीं तोड़ा है, उसके साथ-साथ हमारी तथाकथित संवेदनशीलता, हमारी संस्कारशीलता, हमारी न्यायपालिका, हमारी व्यवस्था और हमारी राजनैतिक इच्छाशक्ति ने भी दम तोड़ा है. ज़मीन के नीचे धधक रही असंतोष व बेचैनी की आग को पहचानो हुकमरानों वरना कुर्सी सहित जलोगे".
क्यूँ नहीं मिलता #unnaokibeti को न्याय ?90 बलात्कार केस,निराला-चंद्रशेखर आज़ाद के उन्नाव में ?आप सबकी उबल रही जिज्ञासा का शमन शायद वहाँ के सांसद जी के इस बधाई संदेश से हो जाए ! पढ़िए और नेताओं-पार्टियों-जातियों के बंधक बनकर कुतर्क करिए ! कुछ नहीं हो सकता हम सब का???????? #UnnaoTruth https://t.co/WorF2J5P3P
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) December 7, 2019
ज़िंदा जली #unnaokibeti ने अकेले दम नहीं तोड़ा है,उसके साथ-साथ हमारी तथाकथित संवेदनशीलता, हमारी संस्कारशीलता, हमारी न्यायपालिका, हमारी व्यवस्था और हमारी राजनैतिक इच्छाशक्ति ने भी दम तोड़ा है????ज़मीन के नीचे धधक रही असंतोष व बेचैनी की आग को पहचानो हुकमरानों वरना कुर्सी सहित जलोगे???? https://t.co/5wOTe4NscE
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) December 7, 2019
इसके बाद कवि विश्वास ने लिखा, "क्या उन परिवारों का सामाजिक बहिष्कार होगा जिन्होंने अपने बलात्कारी बेटों को दंडित करने की बजाय साथ खड़े होकर पीड़िता उन्नाव की बेटी को ज़िंदा जलाया?"
क्या उन परिवारों का सामाजिक बहिष्कार होगा जिन्होंने अपने बलात्कारी बेटों को दंडित करने की बजाय साथ खड़े होकर पीड़िता #unnaokibeti को ज़िंदा जलाया?
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) December 7, 2019
संसद में बैठे वोटों के ठेकादारों ने क़ानून न तब बनाया न अब बनाएँगे तो हमारी-आपकी सामाजिक ज़िम्मेदारी ज़्यादा बढ़ जाती है #UnnaoTruth https://t.co/vyDccmZ9yW
राजनेताओं पर निशाना साधते हुए कुमार बोले, "संसद में बैठे वोटों के ठेकादारों ने क़ानून न तब बनाया न अब बनाएंगे तो हमारी-आपकी सामाजिक ज़िम्मेदारी ज़्यादा बढ़ जाती है". इस मामले ने कवि विश्वास ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "उन न्यायाधीश महोदय से कोई प्रश्न करेगा जिन्होंने पीड़िता की आशंका के बाद भी रेप के दबंग आरोपियों को बेल दी? उन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाही होगी जिन्होंने इतने दिन तक उस लड़की की शिकायत को FIR में नहीं बदला? सत्ता-व्यवस्था के प्रति अविश्वास लोकतंत्र में भीषण अमंगलकारी है."
उन न्यायाधीश महोदय से कोई प्रश्न करेगा जिन्होंने पीड़िता की आशंका के बाद भी रेप के दबंग आरोपियों को बेल दी?उन पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही होगी जिन्होंने इतने दिनतक उस लड़की की शिकायत को FIR में नहीं बदला?सत्ता-व्यवस्था के प्रति अविश्वास लोकतंत्र में भीषण अमंगलकारी है????#UnnaoTruth
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) December 7, 2019
बता दें कि पीड़िता को गुरुवार को बेहतर इलाज के लिए लखनऊ से एयरलिफ़्ट कर दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सफ़दरजंग अस्पताल में पीड़िता के लिए अलग आईसीयू बनाया गया था. जहां डॉक्टरों की एक टीम लगातार निगरानी कर रही थी. लेकिन आख़िरकार उसे बचाया नहीं जा सका.बता दें कि डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता ने देर रात 11 बजकर 40 मिनट पर आख़िरी सांस ली थी. बलात्कार के आरोपियों ने उसे ज़िदा जला दिया था. जिसमें वो 90 फ़ीसदी जल गई थी. पीड़िता के परिजनों का कहा है कि उसके आखिरी शब्द थे 'हमें बचा लीजिए'. पीड़िता के भाई ने बताया कि, 'उसके आखिरी शब्द थे कि भईया हमें बचा लीजिए. हमने कहा कि बहन हम बचाकर ले जाएंगे. लेकिन हम बचा नहीं पाए. जो दोषी हैं, उनको भी वहीं जाना है, जहां हमारी बहन पहुंच चुकी है. हमें सरकार से बस यही इंसाफ चाहिए.'
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