यूपी एसटीएफ के अतीक अहमद के बेटे असद को एनकाउंटर में मार गिराए जाने के बाद एक बार फिर सबका फोकस उमेश पाल की हत्या की गुत्थी पर चला गया है. जांच में लगे पुलिस सूत्रों का कहना है कि अतीक अहमद के आदेश के बाद बरेली जेल में उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई थी. सूत्रों का कहना है कि करीब 2 घंटा 10 मिनट तक असद की बरेली जेल में बंद अपने चाचा और अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ से मुलाक़ात हुई थी.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि उमेश पाल हत्याकांड की जांच में अभी तक यह पता चला है कि 11 फरवरी 2023 को हत्या का पूरा खाका तैयार हुआ था. सूत्रों के मुताबिक 11 फरवरी 2023 को असद और उसके 8 साथियों ने बरेली जेल में अशरफ से मुलाक़ात की थी. यहीं पर उमेश पाल की हत्या की पूरी साजिश रची गई थी.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि बरेली जेल के रिकॉर्ड से पता चलता है कि 11 फरवरी 2023 सुबह 11 बजे असद, अशरफ का साला सद्दाम, लल्ला गद्दी, शूटर विजय उर्फ उस्मान चौधरी, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मिलने पहुंचे थे. इस मुलाकात के लिए असद की आईडी का इस्तेमाल किया गया था. सभी 9 मुलाकाती दोपहर करीब 1 बजकर 10 मिनट पर जेल से बाहर चले गए.
सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि ये मुलाक़ात जेल के अधिकारियों की साठ-गांठ से हुई थी. गौरतलब है कि मुलाक़ात जहां हुई वहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हुए थे. इस मुलाकात के 13 दिन बाद उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी.
इस हत्याकांड के बाद जब जांच आगे बढ़ी और जेल के सीसीटीवी खंगाले गए तब इस साजिश से पर्दा हटा औऱ पता चला कि असद के साथ शूटर भी अशरफ से मिले थे. पूछताछ में अतीक और अशरफ़ ने भी इस बात का खुलासा किया है.
गौरतलब है कि उमेश पाल की हत्या दिनदहाड़े सीसीटीवी कैमरे में दिख रहे 8 हमलावरों की थी. साथ ही इस हत्याकांड को अंजान देने आए लोगों ने बेखौफ होकर बम और गोलियों से हमला किया. इस हमले में उमेश पाल की सुरक्षा में तैनात पुलिस के दो जवान भी मारे गए थे.
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