Russia-Ukraine Conflict: यूक्रेन पर रूस के हमले ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने सोमवार को दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हर दिन हम पर बम बरसाए जा रहे हैं,रूस ही नहीं बेलारूस की तरफ़ से भी हमला किया जा रहा है. अब तक 16 बच्चे मारे गए हैं.चिल्ड्रन पॉलिक्लिनिक और किंटरगार्टन तक को निशाना बनाया गया है.' उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध अपराधों के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय अदालत गया है.हम इस संकट के समय में भारत के लोगों के शुक्रगुज़ार हैं जो फूल और मोमबत्ती लेकर एंबेसी के बाहर आकर हमारा हौसला बढ़ा रहे हैं.
यूक्रेन में सपने साकार करने पहुंचा था भारतीय छात्र, पहुंचते ही धमाकों से बचने के लिए छिपना पड़ा
यूक्रेन के राजदूत ने कहा, 'लाखों की तादाद में लोग बाहर निकलना चाह रहे है. सीमा पर लंबी लाइन लगी है. इसमें विदेशी भी हैं और शरणार्थी के तौर पर निकलने की कोशिश करने वाले लोग भी.' यूक्रेन में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स को लेकर उन्होंने कहा, कि भारतीय छात्रों की परेशानी को कम करने के लिए मैं अपने व्यक्तिगत संबंधों का भी इस्तेमाल कर रहा हूं. आज बहुत से छात्रों को बस से ले जाया गया है. युद्ध के हालात है ये आपको समझना होगा. यूक्रेन के राजदूत ने दावा किया कि संघर्ष में रूस को काफ़ी नुक़सान उठाना पड़ रहा है. आर्थिक तौर के साथ- साथ सैन्य तौर पर भी. उन्होंने कहा कि रूस अपने नुकसान के बारे में कोई जानकारी शेयर नहीं कर रहा है.
इस प्रश्न पर कि आप भारतीय छात्रों के लिए क्या भरोसा देंगे, इगोर पोलिखा ने कहा, ' भरोसा पुतिन को देना चाहिए.हम तो हर किसी की मदद की पूरी कोशिश कर रहे हैं.' भारतीय छात्रों से बदसलूकी के सवाल पर उन्होंने कहा, ' ये ग़लत बात फैलायी जा रही है.जो लाइन और अनुशासन तोड़ते हैं, उनको हमारे गार्ड रोकने की कोशिश करते हैं. और ये सभी के साथ हो सकता है. किसी एक को निशाना नहीं बनाया जा रहा.'
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