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तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले में सुरंग ढहने से आठ मजदूर फंसे, पीएम मोदी ने फोन पर की सीएम रेड्डी से बात

SLBC Tunnel Collapse Telangana: तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले में सुरंग हादसे की जानकारी मिलने के बाद से ही मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है.

Telangana SLBC Tunnel Collapse: तेलंगाना सुरंग हादसे के बाद बचाव अभियान चलाया जा रहा है.

हैदराबाद:

Telangana Tunnel Collapse: तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले में शनिवार सुबह एक निर्माणाधीन सुरंग ढह गई. हादसे के वक्‍त सुरंग में कई मजदूर काम कर रहे थे. हालांकि समय रहते ज्‍यादातर बाहर निकल गए, लेकिन आठ अब भी सुरंग में फंसे हैं. हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी से फोन पर बातचीत की है. इस सुरंग का निर्माण कुछ दिन पहले ही फिर से शुरू हुआ था. सीएम रेवंत रेड्डी ने श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल टनल दुर्घटना (SLBC Tunnel Collapse) को लेकर कई विभागों के आला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. फिलहाल घटनास्थल पर राहत और बचाव का काम चल रहा है.

सुरंग में फंसे लोगों में झारखंड के चार, उत्तर प्रदेश के दो, जम्‍मू-कश्‍मीर और पंजाब के एक-एक व्‍यक्ति शामिल हैं. इनमें एक प्रोजेक्‍ट इंजीनियर और साइट इंजीनियर सहित कुल आठ लोग फंसे हैं. 

पीएम मोदी ने सीएम को किया फोन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरंग हादसे को लेकर तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री रेवंत रेड्डी से फोन पर बातचीत की है और बचाव अभियान में हरसंभव मदद और सहायता का आश्‍वासन दिया है. 

राज्‍य सरकार में सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने हादसे के बारे में बताया है. उन्‍होंने बताया कि पहले धीरे-धीरे पानी का आना शुरू हुआ और उसके बाद में जल्द ही प्रवाह 8 मीटर तक बढ़ गया.  उन्‍होंने बताया कि अंदर फंसे लोग करीब 20 मिनट तक अंदर रहे और इस दौरान ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को बाहर निकाला गया. उन्‍होंने एक जियोलॉजिलक डिस्‍टरबेंस को भी सुना. 

अंदर फंसे लोगों से संपर्क नहीं: जिला कलेक्‍टर

नागरकुर्नूल कलेक्टर बी संतोष ने बताया कि सुरंग में फंसे लोगों से अभी तक कोई संपर्क नहीं हो सका है और अंदरूनी कम्‍युनिकेशन तंत्र भी फेल हो गया है. एयर चैंबर और कंवेयर बेल्‍ट दोनों ही बह गए हैं. उन्‍होंने बताया कि 10 से 15 मीटर के करीब सुरंग ढह गई है और करीब 200 मीटर से अधिक इलाके में कीचड़ फैल गया. उन्‍होंने बताया कि हम 40 से 45 लोगों को निकालने में कामयाब रहे हैं. 

बचाव में मदद के लिए एनडीआरएफ की दो टीमों को भेजा गया है. इनमें से एक टीम को हैदराबाद और दूसरी को विजयवाड़ा से भेजा गया है.  एनडीआरएफ के साथ ही एनडीएमए और एसडीआरएफ की टीमों को भी बचाव कार्य के लिए भेजा गया है. बचाव अभियान के लिए टनल बोरिंग मशीन तैनात कर दी गई है. साथ ही स्थानीय टीम कन्वेयर बेल्ट का उपयोग कर बचाव का प्रयास कर रही है. 

अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश 

इस घटना को लेकर सीएम रेड्डी ने कहा कि सुरंग ढहने और कई लोगों के फंसने की सूचना मिलने के बाद तुरंत अधिकारियों को सतर्क किया गया. मैंने जिला कलेक्टर, एसपी, अग्निशमन विभाग, हाइड्रो और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत उपाय करने के आदेश दिए हैं.

केंद्रीय कोयला मंत्री ने भी ली जानकारी 

उन्होंने आगे कहा कि हादसे की जानकारी मिलने के बाद सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार और उनके विभाग के अन्य अधिकारी विशेष हेलीकॉप्टर से दुर्घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं. केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी सुरंग दुर्घटना के कारणों की जानकारी ली है और अधिकारियों से फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने को कहा है.

आपको बता दें कि यह सुरंग नागरकुर्नूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल टनल (एसएलबीसी) के निर्माणाधीन खंड पर अमराबाद में स्थित है. यह स्‍थान हैदराबाद से करीब 200 किमी दूर है. एक अधिकारी ने बताया कि डोमलपेंटा के पास श्रीशैलम बांध के पीछे एसएलबीसी सुरंग का एक हिस्सा शनिवार को ढह गया. खास तौर पर, 14वें किलोमीटर के बिंदु पर, बाईं ओर की सुरंग की छत ढह गई. यह तब हुआ जब कर्मचारी साइट पर अपना काम कर रहे थे.

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