हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने जनवरी में 81 अतिरिक्त उड़ानों को मंजूरी दी है, जिससे प्रयागराज के लिए देश भर से हवाई संपर्क बढ़कर 132 उड़ानों का हो गया है. बोर्ड ने कहा कि मांग में संभावित वृद्धि को देखते हुए एयरलाइन से उड़ानों की संख्या बढ़ाकर क्षमता बढ़ाने तथा किराए को तर्कसंगत बनाने का आग्रह किया गया है.
पूरा मामला समझिए
वर्तमान में, प्रयागराज से पूरे भारत में लगभग 80,000 मासिक सीटों के साथ 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं. प्रयागराज को वर्तमान में 17 शहरों से सीधे जोड़ा गया है, जो दिसंबर 2024 में 8 शहरों से था. सीधी और कनेक्टिंग उड़ानों के साथ, प्रयागराज को श्रीनगर और विशाखापत्तनम सहित 26 शहरों से जोड़ा गया है.
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू के निर्देशों के अनुसार, डीजीसीए ने एयरलाइनों को यात्रियों को समायोजित करने के लिए पर्याप्त क्षमता सुनिश्चित करने की सलाह दी है. अकासा एयर 28 और 29 जनवरी को अहमदाबाद से उड़ानें शुरू करेगा और फरवरी में अहमदाबाद और बैंगलोर से प्रयागराज के लिए उड़ानें संचालित करेगा.
स्पाइसजेट दिल्ली, चेन्नई, गुवाहाटी, बैंगलोर, अहमदाबाद, मुंबई, जयपुर और हैदराबाद से प्रयागराज के लिए उड़ानें शुरू करेगा, जिससे फरवरी 2025 में लगभग 43,000 सीटें जोड़ी जाएंगी. महाकुंभ के दौरान प्रयागराज हवाई अड्डे ने एक सप्ताह में 30,172 यात्रियों को सेवा प्रदान की.
जानकारी के मुताबिक, हवाई अड्डे ने एक सप्ताह में 226 उड़ानें संचालित कीं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक दिन में 5,000 यात्रियों का आंकड़ा पहली बार पार किया गया. रात्रि उड़ानें शुरू की गईं, जिससे 106 वर्षों में पहली बार 24/7 कनेक्टिविटी स्थापित की गई.
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