स्मृति ईरानी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
कोचिंग की समस्या से निबटने के मकसद से मानव संसाधन विकास मंत्रालय एक मोबाइल एप एवं पोर्टल ला रहा है जिसमें आईआईटी शिक्षकों के विभिन्न विषयों पर निशुल्क व्याख्यान होंगे एवं इन प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों के पिछले वर्ष की प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र भी होंगे।
प्रश्नपत्र बरहवीं के अनुरूप होंगे
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि यह भी तय किया गया है कि आईआईटी,जेईई प्रवेश परीक्षा के प्रश्न कक्षा बारहवीं के पाठ्यक्रम के अनुरूप होंगे। एजुकेशन प्राइवेट सोसाइटी आफ इंडिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में स्मृति ने शिक्षा के व्यवसायीकरण पर चिंता जताते हुए कहा कि उनके मंत्रालय का लक्ष्य है कि इन संस्थानों के समक्ष पेश आने वाले विभिन्न नियमन मुद्दों का समाधान किया जाए।
नि:शुल्क उपलब्ध होंगे पुराने प्रश्नपत्र
कोचिंग उद्योग की समस्या का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों पर सबसे बड़ा दबाव यह है कि उन्हें तैयारी के लिए बाहरी मदद लेनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि इसीलिए सरकार ने तय किया है कि आगामी दो माह में एक आईआईटी पाल पोर्टल एवं मोबाइल एप लाया जाए जिसमें आईआईटी (प्रवेश) परीक्षाओं के 50 साल के प्रश्नपत्र निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
13 भाषाओं में होगी सामग्री
स्मृति ने कहा कि शिक्षा के सभी क्षेत्र जिनके आधार पर छात्र आईआईटी प्रवेश परीक्षा में भाग लेते हैं, उनके बारे में कुछ आईआईटी शिक्षाविद एवं संकाय सदस्य व्याख्यान देंगे जो इस एप पर उपलब्ध होगा ताकि छात्रों को अतिरिक्त शिक्षण का मौका मिल सके। क्षेत्रीय भाषाओं में अध्ययन करने वाले छात्रों की सहूलियत के लिए यह सामग्री 13 भाषाओं में उपलब्ध होगी।
ईरानी ने शिक्षा के व्यवसायीकरण की एक और ‘हकीकत’ से भी निपटने की जरूरत बताई और कहा कि निजी क्षेत्र के सब संस्थान नियमों के अनुरूप आचरण नहीं कर रहे हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
प्रश्नपत्र बरहवीं के अनुरूप होंगे
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि यह भी तय किया गया है कि आईआईटी,जेईई प्रवेश परीक्षा के प्रश्न कक्षा बारहवीं के पाठ्यक्रम के अनुरूप होंगे। एजुकेशन प्राइवेट सोसाइटी आफ इंडिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में स्मृति ने शिक्षा के व्यवसायीकरण पर चिंता जताते हुए कहा कि उनके मंत्रालय का लक्ष्य है कि इन संस्थानों के समक्ष पेश आने वाले विभिन्न नियमन मुद्दों का समाधान किया जाए।
नि:शुल्क उपलब्ध होंगे पुराने प्रश्नपत्र
कोचिंग उद्योग की समस्या का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों पर सबसे बड़ा दबाव यह है कि उन्हें तैयारी के लिए बाहरी मदद लेनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि इसीलिए सरकार ने तय किया है कि आगामी दो माह में एक आईआईटी पाल पोर्टल एवं मोबाइल एप लाया जाए जिसमें आईआईटी (प्रवेश) परीक्षाओं के 50 साल के प्रश्नपत्र निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
13 भाषाओं में होगी सामग्री
स्मृति ने कहा कि शिक्षा के सभी क्षेत्र जिनके आधार पर छात्र आईआईटी प्रवेश परीक्षा में भाग लेते हैं, उनके बारे में कुछ आईआईटी शिक्षाविद एवं संकाय सदस्य व्याख्यान देंगे जो इस एप पर उपलब्ध होगा ताकि छात्रों को अतिरिक्त शिक्षण का मौका मिल सके। क्षेत्रीय भाषाओं में अध्ययन करने वाले छात्रों की सहूलियत के लिए यह सामग्री 13 भाषाओं में उपलब्ध होगी।
ईरानी ने शिक्षा के व्यवसायीकरण की एक और ‘हकीकत’ से भी निपटने की जरूरत बताई और कहा कि निजी क्षेत्र के सब संस्थान नियमों के अनुरूप आचरण नहीं कर रहे हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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