नई दिल्ली:
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि सरकार 'भयभीत' है और वह जेएनयू मुद्दे पर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास करेगी। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, मैं बोलूंगा लेकिन वे (सरकार) मुझे बोलने नहीं देंगे, क्योंकि वे भयभीत हैं। वे इस बात से डरे हुए हैं कि मैं संसद में क्या कहूंगा, इसलिए वे मुझे बोलने नहीं देंगे।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी जेएनयू छात्रों के समर्थन में आए थे, जो छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए जाने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने आरएसएस और बीजेपी पर अपनी विचारधारा थोपने का आरोप भी लगाया।
इससे पहले सरकार की ओर से मंत्रियों ने कहा कि सरकार को किसी भी मुद्दे पर चर्चा कराने में कोई परेशानी नहीं है और वह सभी विषयों पर जवाब देने को तैयार है। संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रत्येक सदस्य को सदन में अपनी बात रखने का अधिकार है और इसके बारे में सदन से बाहर चर्चा करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा कराने को तैयार है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी जेएनयू छात्रों के समर्थन में आए थे, जो छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए जाने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने आरएसएस और बीजेपी पर अपनी विचारधारा थोपने का आरोप भी लगाया।
इससे पहले सरकार की ओर से मंत्रियों ने कहा कि सरकार को किसी भी मुद्दे पर चर्चा कराने में कोई परेशानी नहीं है और वह सभी विषयों पर जवाब देने को तैयार है। संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रत्येक सदस्य को सदन में अपनी बात रखने का अधिकार है और इसके बारे में सदन से बाहर चर्चा करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा कराने को तैयार है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
बजट सत्र, संसद भवन, राहुल गांधी, रोहित वेमुला, जेएनयू विवाद, Budget Session, Parliament, Rahul Gandhi, Rohit Vemula, JNU Dispute