फाइल फोटो
नई दिल्ली:
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी न तो पाकिस्तान में आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप बंद हुए है और न ही लॉन्चिंग पैड. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जो कैंप पीछे चले गए थे, वो फिर से लाइन ऑफ कंट्रोल के पास आ गए हैं. सेना की मानें तो अभी पाकिस्तान में 50 के करीब आतंकी कैंप हैं. 48 लॉन्चिंग पैड हैं और चार से पांच पाक के बॉर्डर एक्शन टीम के कैंप भी मौजूद हैं.
खुफिया सुत्रों के मुताबिक 50 आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप में से 15 बड़े कैंप हैं, जो खासे सक्रिय हैं. इनमें से 10 कैंप तो नियंत्रण रेखा के पास पाक के कब्जे वाले कश्मीर में चल रहे हैं, जबकि पांच पाकिस्तान में सक्रिय हैं. इन कैंपों में सबसे बड़ा है मुरीदके का लश्कर-ए-तैयबा का कैंप. इसके अलावा बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का और मुजफ्फराबाद में हिजबुल मुजाहिद्दीन का कैंप है.
ये सारे कैंप सीमा से 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं, ताकि भारतीय सेना आसानी से इन्हें निशाना न बना सकें. इन सबसे अलग सरहद से बिल्कुल करीब 48 लॉन्चिंग पैड हैं, यानि वो जगह जहां आतंकी घुसपैठ को तैयार बैठे रहते हैं. पिछले सितंबर में जब सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी, तो यह लॉन्चिंग पैड पर ही की गई थी.
सेना के मुताबिक इस साल अब तक पाकिस्तान की ओर से 65 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया है. 49 दफा तो इसकी आड़ में घुसपैठ की कोशिश भी हुई और करीब 20 आतंकी घुसपैठ कर भी चुके हैं. घुसपैठ की कोशिश के दौरान अब तक आठ आतंकी मारे जा चुके हैं. एलओसी पर ही इस साल तीन सैनिक शहीद हुए हैं. पिछले छह महीनों के भीतर ये तीसरी बार है कि जब जवानों के शव के साथ बर्बरता हुई है.
खुफिया सुत्रों के मुताबिक 50 आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप में से 15 बड़े कैंप हैं, जो खासे सक्रिय हैं. इनमें से 10 कैंप तो नियंत्रण रेखा के पास पाक के कब्जे वाले कश्मीर में चल रहे हैं, जबकि पांच पाकिस्तान में सक्रिय हैं. इन कैंपों में सबसे बड़ा है मुरीदके का लश्कर-ए-तैयबा का कैंप. इसके अलावा बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का और मुजफ्फराबाद में हिजबुल मुजाहिद्दीन का कैंप है.
ये सारे कैंप सीमा से 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं, ताकि भारतीय सेना आसानी से इन्हें निशाना न बना सकें. इन सबसे अलग सरहद से बिल्कुल करीब 48 लॉन्चिंग पैड हैं, यानि वो जगह जहां आतंकी घुसपैठ को तैयार बैठे रहते हैं. पिछले सितंबर में जब सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी, तो यह लॉन्चिंग पैड पर ही की गई थी.
सेना के मुताबिक इस साल अब तक पाकिस्तान की ओर से 65 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया है. 49 दफा तो इसकी आड़ में घुसपैठ की कोशिश भी हुई और करीब 20 आतंकी घुसपैठ कर भी चुके हैं. घुसपैठ की कोशिश के दौरान अब तक आठ आतंकी मारे जा चुके हैं. एलओसी पर ही इस साल तीन सैनिक शहीद हुए हैं. पिछले छह महीनों के भीतर ये तीसरी बार है कि जब जवानों के शव के साथ बर्बरता हुई है.
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