तमिलनाडु में कथित जहरीली शराब पीने से दो अलग-अलग घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई है. विल्लपुरम जिले में चार और चेंगलपट्टू जिले में 4 लोगों की मौत हुई है. साथ ही जहरीली शराब पीने के कारण बीमार होने वाले 30 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस के मुताबिक, इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं अन्य लोगों की तलाश में विशेष टीमों का गठन किया गया है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बताया कि घटना के संबंध में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
स्टालिन ने जहरीली शराब और नशीले पदार्थों के खतरे से निपटने के अपनी सरकार के संकल्प को रेखांकित करते हुए कहा कि दो निरीक्षकों सहित चार पुलिसकर्मियों को इस घटना के सिलसिले में निलंबित कर दिया गया है.
उन्होंने इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजन को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दिये जाने की भी घोषणा की.
ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के महासचिव एवं नेता प्रतिपक्ष के. पलानीस्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी के नेतृत्व वाले दस साल के शासन (2011 से 2021 तक) में अवैध शराब के लिए कोई जगह नहीं थी और उन्होंने इस घटना के लिए सत्तारूढ़ दल द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की ‘‘अक्षमता'' को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कम से कम अब तो अवैध शराब के खिलाफ कदम उठाए जाने चाहिए.''
पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के संस्थापक डॉ. एस. रामदास ने जहरीली शराब की बिक्री को लेकर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की.
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