शारदा चिटफंड घोटाले के आरोपी कुणाल घोष ने कोलकाता की प्रेसीडेंसी जेल में आत्महत्या करने की कोशिश की।
खबरों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद कुणाल घोष ने नींद की 58 गोलियां खा लीं और कुछ देर बाद उन्होंने यह बात जेल के अधिकारियों को बताई। इसके बाद उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया।
पश्चिम बंगाल सुधारगृह सेवा मंत्री एचए स्वाफी ने बताया कि घोष को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंत्री ने बताया, कि कुणाल घोष ने कहा कि उन्होंने आत्महत्या करने के लिए नींद की गोलियां लीं। इसके बाद डॉक्टर को बुलाया गया, जिन्होंने पाया कि सब कुछ सामान्य है, लेकिन ऐहतियात के तौर पर हमने कोई खतरा मोल नहीं लिया और उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। घोष के स्वास्थ्य पर डॉक्टर नजर रख रहे हैं।
कुणाल घोष को जब 10 नवंबर को शहर की एक अदालत में पेश किया गया था, तो उन्होंने धमकी दी थी कि अगर घोटाले में 'शामिल लोगों' के खिलाफ सीबीआई ने तीन दिन के अंदर समुचित कार्रवाई नहीं की, तो वह आत्महत्या कर लेंगे।
तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद ने बैंकशाल अदालत में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अरविंद मिश्रा के समक्ष कहा था, जांच प्रभावित की जा रही है। यह स्वीकार्य नहीं है कि मैं जेल में सड़ता रहूं, जबकि इसमें शामिल लोग खुलेआम घूमें। मैं तीन दिन का समय दे रहा हूं... अगर कार्रवाई नहीं की गई, तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।
जेल विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि उन्होंने (आत्महत्या करने की) धमकी दी थी, इसलिए हम पिछले दो दिन से उन पर अतिरिक्त नजर रख रहे थे। उनके सोने से पहले हमने उनकी अच्छी तरह तलाशी ली थी, लेकिन तब कोई भी दर्दनाशक दवा या नींद की गोलियां उनके पास से नहीं मिली थीं।
अधिकारी ने बताया कि देर रात 2 बजकर करीब 30 मिनट के आसपास उन्होंने श्वास लेने में समस्या की शिकायत की और कहा उन्होंने गोलियों का सेवन किया है। इसके बाद जेल के डॉक्टरों को बुलाया गया तथा उनकी गहन जांच की गई, लेकिन कुछ भी असामान्य नहीं पाया गया। फिर भी, हमने कोई खतरा मोल नहीं लिया।
कुणाल घोष शारदा ग्रुप के मीडिया ऑपरेशंस के प्रमुख थे। वह पिछले साल से जेल में बंद हैं। शारदा घोटाले की जांच कर रही सीबीआई की पहली चार्जशीट में कुणाल घोष का नाम शामिल था। इस घोटाले की जांच पश्चिम बंगाल और ओडिशा दोनों राज्यों में हो रही है।
उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले कुणाल घोष ने दावा किया था कि तृणमूल प्रमुख और सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शारदा चिट फंड मामले में शामिल थीं। उन्होंने कहा था कि अगर किसी को इस घोटाले से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर फायदा पहुंचा है, तो वह हैं ममता बनर्जी।
(इनपुट भाषा से भी)
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