Suratgarh Election Results 2023: जानें, सूरतगढ़ (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

सूरतगढ़ विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 229094 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 69032 ने भाजपा उम्मीदवार रामप्रताप कसनीया को वोट देकर जिताया था, जबकि 58797 वोट पा सके कांग्रेस प्रत्याशी हनुमान मील 10235 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Suratgarh Election Results 2023: जानें, सूरतगढ़ (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के उत्तर क्षेत्र में मौजूद है गंगानगर जिला, जहां बसा है सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र, जो अनारक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 229094 मतदाता थे, और उन्होंने भाजपा उम्मीदवार रामप्रताप कसनीया को 69032 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार हनुमान मील को 58797 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 10235 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में सूरतगढ़ विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार राजेंद्र सिंह भाडू ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 66766 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर बीएसपी उम्मीदवार दुगार राम गेदार को 39987 वोट मिल पाए थे, और वह 26779 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार गंगा जल को कुल 43590 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी राजेंद्र सिंह भाडू दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 33781 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 9809 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.