प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
सिख समुदाय पर बने चुटकुलों पर रोक लगाने की मांग करती याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा। याचिका में कहा गया है कि ऐसे चुटकुलों से समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि भी खराब होती है।
याचिकाकर्ता हरविंदर चौधरी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि करीब 5,000 वेबसाइटें ऐसी हैं, जिनमें सिख समुदाय पर जोक्स रहते हैं। लिहाजा इन पर रोक लगाई जानी चाहिए। साथ ही भविष्य के लिए गाइड लाइन तय होनी चाहिए।
इससे पहले मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा था कि आमतौर पर सिख समुदाय को हंसी-मजाक के लिए जाना जाता है। यहां तक की खुशवंत सिंह भी ऐसे जोक्स लिखते थे। कई ऐसे लोग भी होंगे जो इससे सहमत नहीं होंगे, लेकिन आप चाहें तो इस केस को सुप्रीम कोर्ट में ही सिख जज के पास भेजा जा सकता है। इस दौरान याचिकाकर्ता ने कोर्ट से तैयारी के लिए कुछ वक्त मांगा था।
याचिकाकर्ता हरविंदर चौधरी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि करीब 5,000 वेबसाइटें ऐसी हैं, जिनमें सिख समुदाय पर जोक्स रहते हैं। लिहाजा इन पर रोक लगाई जानी चाहिए। साथ ही भविष्य के लिए गाइड लाइन तय होनी चाहिए।
इससे पहले मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा था कि आमतौर पर सिख समुदाय को हंसी-मजाक के लिए जाना जाता है। यहां तक की खुशवंत सिंह भी ऐसे जोक्स लिखते थे। कई ऐसे लोग भी होंगे जो इससे सहमत नहीं होंगे, लेकिन आप चाहें तो इस केस को सुप्रीम कोर्ट में ही सिख जज के पास भेजा जा सकता है। इस दौरान याचिकाकर्ता ने कोर्ट से तैयारी के लिए कुछ वक्त मांगा था।
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