सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2002 में कोलकाता में अमेरिकन सेंटर पर हुए हमले के लिए दोषी ठहराए गए दो अभियुक्तों के मृत्युदंड को बुधवार को आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया।
हमला 26 जनवरी, 2002 को हुआ था, जिसमें चार पुलिसकर्मियों सहित पांच लोग मारे गए थे। इस मामले में निचली आदलत में सात लोगों पर मुकदमा चला, जिनमें से पांच को अलग-अलग अवधि के साथ आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, जबकि दो को मृत्युदंड दिया गया। कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी इसे बरकरार रखा था।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति एके पटनायक तथा न्यायमूर्ति फकीर मोहम्मद इब्राहिम कलीफुल्ला की पीठ ने इस मामले में दोषी ठहराए गए एक अभियुक्त आफताब अहमद अंसारी की मौत की सजा को जीवनपर्यंत आजीवन कारवास में बदल दिया, जबकि एक अन्य दोषी अभियुक्त जमालुद्दीन नसीर के मृत्युदंड को बिना किसी माफी के 30 साल तक आजीवन कारावास में बदल दिया गया है।
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