नई दिल्ली:
नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में बहस के बीच सभी पार्टी के नेताओं ने जोरदार तर्क पेश किए. किसी ने अपने भाषण में देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांटने वाले स्कूल का हेडमास्टर बताया तो किसी ने संविधान की दुहाई देते हुए इस बिल को जनमत के साथ खिलवाड़ बताया. कोई बहस में स्वर्ग में गांधी, जिन्ना और पटेल से मिलने की स्थिति की कल्पना कर बैठे कि अगर वे सभी लोग वहां एक साथ मिलेंगे तो इस बिल के पास होने पर कैसे बात करेंगे. एक से एक कल्पना शब्दों में साकार हुई तो एक से एक पंच लाइन सांसदों ने संसद में बोले. ऐसे ही 5 पंचलाइन को यहां दे रहे हैं...
एक से एक पंच लाइन सांसदों ने संसद में बोले
- अमित शाह ने कहा... आप चाहते क्या हैं? पूरी दुनिया से मुसलमान यहां आएं और उन्हें हम नागरिक बना दें... देश कैसे चलेगा?
- शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा - अगर पाकिस्तान की भाषा हमें मंजूर नहीं है तो पाकिस्तान को समाप्त करें, हमारे देश में मजबूत सरकार है. देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांटने वालों, आप जिस स्कूल के स्टूडेंट्स हो, हम मास्टर हैं वहां के... और हमारे स्कूल के हेडमास्टर बाला साहब ठाकरे थे, अटल जी थे, श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे, मैं उन सबको मानता हूं.
- आनंद शर्मा ने कहा... यहां पुर्नजन्म पर विश्वास किया जाता है. सरदार पटेल अगर मोदी जी से मिलेंगे तो काफी नाराज होंगे. गांधी जी का चश्मा सिर्फ विज्ञापन के लिए नहीं है.
- आरजेडी के मनोज झा ने कहा... अगर कहीं स्वर्ग है और वहां CAB के बाद जिन्ना अगर महात्मा गांधी से मिलेंगे तो कहेंगे, मुबारक हो आपके यहां इज़राइल हुआ है.
- कांग्रेस के कपिल सिब्बल ने कहा... मुसलमान नहीं डरता है आपसे. जुरासिक रिपब्लिक बनाया जा रहा है देश को. अंत मे दो डायनासौर ही बचेंगे.