तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले के थाचूर गांव में पल्लव युग के बाद के मंदिर से कथित तौर पर चोरी भगवान मुरुगन (सूब्राहमण्या) की एक प्रतिमा का 23 वर्ष बाद अमेरिका में पता लगाया गया. राज्य के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की प्रतिमा शाखा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने अमेरिका की होमलैंड सिक्योरिटी इंवेस्टिगेशंस (एचएसआई) के पास उपलब्ध प्रतिमाओं की एक सूची के साथ इसकी पुष्टि की है.
सीआईडी की प्रतिमा शाखा के पुलिस महानिदेशक शैलेश कुमार यादव ने कहा,‘इस संदर्भ में एक विस्तृत जांच चल रही है. एचएसआई से चोरी की गई प्रतिमाओं की सूची मिलने के बाद पारस्परिक कानूनी सहायता संधि (एमएलएटी) के माध्यम से भगवान मुरुगन की पत्थर की प्रतिमा को देश लाने की कार्रवाई की जाएगी.‘
थाचूर गांव के पेरियासामी उदईयार ने तीन अगस्त को पुलिस की प्रतिमा शाखा में शिकायत करते हुए दावा किया था कि थाचूर गांव में सातवीं या आठवीं शताब्दी यानी पल्लव युग के बाद के मंदिर से वर्ष 2,000 में भगवान मुरुगन की प्रतिमा को चुरा लिया गया था.
उन्होंने आरोप लगाया कि मंदिर को मलिक काफूर और मुगल राजाओं द्वारा किए गए विदेशी आक्रमणों के दौरान नष्ट कर दिया गया था, लेकिन बाद में इसका पुनरुद्धार किया गया.
पुलिस ने एक विज्ञप्ति में शिकायतकर्ता के हवाले से कहा, ‘मंदिर में देवताओं की 13 पत्थर की प्रतिमाएं थीं और श्रद्धालुओं ने वर्ष 1998 से उनकी पूजा करना शुरू कर दिया था.‘
ये भी पढ़ें:
* तमिलनाडु के मंत्री और उनकी पत्नी के बैंक खातों में बड़े पैमाने पर जमा हुई राशि, ED ने किया खुलासा
* Iphone के बाद अब Airpods भी 'Made in India' मिलेगा, तमिलनाडु में शुरू होगा आईफोन-15 का उत्पादन
* CM स्टालिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखा पत्र, NEET विरोधी विधेयक को जल्द मंजूरी देने का किया आग्रह
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं