सीहोर:
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के सलकनपुर स्थित बीजासेन माता के मंदिर परिसर में मची भगदड़ में दो लोगों की मौत हो गई और 23 घायल हो गए। जिलाधिकारी ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है।
पुलिस के अनुसार, शनिवार की सुबह सलकनपुर के बीजासेन माता के मंदिर में नवरात्र षष्ठी की आरती में हिस्सा लेने के लिए हजारों लोग जमा हुए थे। मंदिर तक जाने का सीढ़ी का रास्ता संकरा होने के कारण आगे निकलने की होड़ में श्रद्धालुओं में धक्का-मुक्की हुई और कुछ ही देर में भगदड़ मच गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
बताया गया है कि मंदिर तक जाने के तीन रास्ते हैं। इनमें से एक में सीढ़ियां हैं। इन सीढ़ियों से सीधे मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। सीढ़ियों से जा रहे लोगों में सुबह की आरती में शामिल होने की होड़ मची थी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने के कारण श्रद्धालु एक-दूसरे को रौंदते हुए आगे बढ़ने लगे। इस दौरान एक महिला व एक किशोरी की मौत हो गई।
प्रशासनिक अमला प्रभावितों की मदद के लिए जुटा हुआ है। इस हादसे के बाद मंदिर तक जाने के मार्ग पर पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है और श्रद्धालुओं को कतार में भेजा जा रहा है।
जिलाधिकारी कवींद्र कियावत ने बातचीत में हालांकि भगदड़ को नकारा है। उन्होंने कहा कि सीढ़ियों से एक बुजुर्ग उतर रहा था, तभी उसे चक्कर आ गया और वह आगे वालों पर गिर पड़ा, जिसके चलते हादसा हुआ।
कियावत ने बताया कि 13 घायलों को भोपाल, पांच-पांच को सीहोर व होशंगाबाद में भर्ती कराया गया है। उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच की जिम्मेदारी अपर जिलाधिकारी को सौंपी गई है।
राज्य के मुख्यमंत्री चौहान ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है, साथ ही घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा
की है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है।
पुलिस के अनुसार, शनिवार की सुबह सलकनपुर के बीजासेन माता के मंदिर में नवरात्र षष्ठी की आरती में हिस्सा लेने के लिए हजारों लोग जमा हुए थे। मंदिर तक जाने का सीढ़ी का रास्ता संकरा होने के कारण आगे निकलने की होड़ में श्रद्धालुओं में धक्का-मुक्की हुई और कुछ ही देर में भगदड़ मच गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
बताया गया है कि मंदिर तक जाने के तीन रास्ते हैं। इनमें से एक में सीढ़ियां हैं। इन सीढ़ियों से सीधे मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। सीढ़ियों से जा रहे लोगों में सुबह की आरती में शामिल होने की होड़ मची थी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने के कारण श्रद्धालु एक-दूसरे को रौंदते हुए आगे बढ़ने लगे। इस दौरान एक महिला व एक किशोरी की मौत हो गई।
प्रशासनिक अमला प्रभावितों की मदद के लिए जुटा हुआ है। इस हादसे के बाद मंदिर तक जाने के मार्ग पर पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है और श्रद्धालुओं को कतार में भेजा जा रहा है।
जिलाधिकारी कवींद्र कियावत ने बातचीत में हालांकि भगदड़ को नकारा है। उन्होंने कहा कि सीढ़ियों से एक बुजुर्ग उतर रहा था, तभी उसे चक्कर आ गया और वह आगे वालों पर गिर पड़ा, जिसके चलते हादसा हुआ।
कियावत ने बताया कि 13 घायलों को भोपाल, पांच-पांच को सीहोर व होशंगाबाद में भर्ती कराया गया है। उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच की जिम्मेदारी अपर जिलाधिकारी को सौंपी गई है।
राज्य के मुख्यमंत्री चौहान ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है, साथ ही घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा
की है।
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