Srimadhopur Election Results 2023: जानें, श्रीमाधोपुर (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

श्रीमाधोपुर विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 255837 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 90941 ने कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह को वोट देकर जिताया था, जबकि 79131 वोट पा सके भाजपा प्रत्याशी छंवर सिंह 11810 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Srimadhopur Election Results 2023: जानें, श्रीमाधोपुर (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के उत्तर क्षेत्र में मौजूद है सीकर जिला, जहां बसा है श्रीमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र, जो अनारक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 255837 मतदाता थे, और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह को 90941 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि भाजपा उम्मीदवार छंवर सिंह को 79131 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 11810 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में श्रीमाधोपुर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार छंवर सिंह ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 75101 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह को 67199 वोट मिल पाए थे, और वह 7902 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में श्रीमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह को कुल 36590 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी हरलाल सिंह खर्रा दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 29357 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 7233 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.