विमानन नियामक, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने जोर देकर कहा है कि सावधानी के नाते स्पाइसजेट एयरलाइंस को फिलहाल सीमित संख्या में ही फ्लाइट्स का संचालन करना होगा. डीजीसीए के अनुसार, प्रतिबंधों को 'अतिरिक्त सावधानी' के तौर पर बढ़ाया गया है. एयरलाइन को 29 अक्टूबर 2022 तक केवल 50 फीसदी विमानों का संचालन करने को कहा गया है. गौरतलब है कि डीजीसीए ने तकनीकी खामी की कई घटनाओं के मद्देनजर जुलाई माह में स्पाइसजेट को आठ हफ्तों तक गर्मियों के लिए स्वीकृत उड़ानों में से अधिकतम 50 फीसदी के संचालन करने का आदेश दिया था. इस एयरलाइंस के विमानों में तकनीकी खराबी आने की कम से कम आठ घटनाओं को लेकर डीजीसीए ने एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
जुलाई माह के पहले सप्ताह में दिल्ली से दुबई के लिए उड़ान भर रही स्पाइसजेट के एक विमान को इंडिकेटर लाइट में खराबी के कारण कराची की ओर डायबर्ट करना पड़ा था. इसके दो दिन पहले ही गुजरात के कांडाल से मुंबई की उड़ान भर रहे स्पाइस जेट के विमान की ऊपरी विंडशील्ड में मंगलवार को उड़ान के दौरान क्रेक आ गया था जिसके कारण विमान की प्रियॉरिटी लैंडिंग करनी पड़ी थी. विमानन सूत्रों के मुताबिक, स्पाइस जेट के विमान में सुरक्षा संबंधी चिंताए (safety-related concern) सामने आई थीं जिन्हें नियामक के ध्यान में लाया गया था. कुछ अन्य घटनाएं डोर वॉर्निंग, पक्षी के टकराने, इंजन से ऑयल लीकेज आदि से संबंधित थीं.
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