Sonam Wangchuk Detained: दिल्ली पुलिस ने सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को हिरासत में ले लिया है. सोनम वांगचुक के साथ साथ लगभग 130 लोग दिल्ली की तरफ प्रोटेस्ट करने आ रहे थे. हरियाणा के सिंधु बोर्डर से वांगचुक को हिरासत में लिया गया है. वांगचुक लद्दाख को छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी सोनम वांगचुक से मुलाकत करेंगी.
- सोनम वांगचुक को सोमवार को हिरासत में लेने के बाद बवाना थाने में रखा गया है. लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची शामिल करने की मांग कर रहे थे. वांगचुक और उनके समर्थ लेह से 1000 किमी की दिल्ली चलो पदयात्रा के बीच में ही हिरासत में लिया गया है. दिल्ली में भारतीय न्याय संहिता धारा 163 लागू होने के कारण विरासत में लिया गया.
- दिल्ली पुलिस ने एख बयान जारी कर कहा कि अलग- अलग समर्थकों को बाहरी दिल्ली के अलग अलग थाने में रखा गया है. इनमें महिलाएं और 80 साल तक के बुजुर्ग भी शामिल हैं. कारगिल एपेक्स बॉडी के करीब 50-60 लोगों को अभी तक सिंघु बॉर्डर पर ही हिरासत में लिया गया है. वकील को भी मिलने नहीं दिया जा रहा है.
- पुलिस अधिकारी ने बताया कि वांगचुक और अन्य लोग सीमा पर रात बिताना चाहते थे. दिल्ली में निषेधाज्ञा लागू होने के कारण उन्हें पहले वापस जाने के लिए कहा गया, लेकिन जब वे नहीं रुके तो सीमा पर पहले से तैनात पुलिसकर्मियों ने वांगचुक समेत करीब 120 लोगों को हिरासत में ले लिया.
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और कई अन्य लद्दाख वासियों को हिरासत में लिया जाना ‘कार्यरतापूर्ण, अलोकतांत्रिक और अस्वीकार्य'' कार्रवाई है.
- बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म ‘थ्री इडियट्स' में फुंगसुक वांगडू का किरदार सोनम वांगचुक पर ही आधारित था. वांगचुक ने कई पर्यावरण अनुकूल अविष्कार किए हैं. उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा से गर्म रहने वाले सैन्य टेंट जीवाश्म ईंधन बचाएंगे, जिसका पर्यावरण पर दुष्प्रभाव पड़ता है और साथ ही सैनिकों की सुरक्षा भी बढ़ाएंगे.
- हिरासत में लिए जाने से कुछ समय पहले ‘इंस्टाग्राम' पर एक पोस्ट में वांगचुक ने दिल्ली सीमा से तस्वीरें साझा की थीं, जहां व्यापक पुलिस बल की मौजूदगी के बीच उनकी बसों को रोका गया था. वांगचुक ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे हम दिल्ली के पास पहुंच रहे हैं, ऐसा लगने लगा कि हमें सुरक्षा नहीं दी जा रही बल्कि हमें हिरासत में लिया जा रहा है.''
- पदयात्रा का आयोजन ‘लेह एपेक्स बॉडी' द्वारा किया गया था, जो ‘करगिल डेमोक्रेटिक अलायंस' के साथ मिलकर पिछले चार साल से लद्दाख के लिए राज्य का दर्जा, संविधान की छठी अनुसूची में इसे शामिल करने, लद्दाख के लिए लोक सेवा आयोग के साथ शीघ्र भर्ती प्रक्रिया और लेह एवं करगिल जिलों के लिए अलग लोकसभा सीट की मांग को लेकर आंदोलन का नेतृत्व कर रही है.